नई दिल्ली। कोविड-19 खतरे को लेकर शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने लंदन से गुरूवार को खेल मंत्री किरेन रीजीजू को फोन करके सलाह मांगी कि क्या उन्हें आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में खेलना जारी रखना चाहिए। रीजीजू ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने सिंधू से कहा कि वह खेलना जारी रखें और उस देश में जारी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें। खेल मंत्रालय ने गुरूवार को राष्ट्रीय महासंघों को स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पालन करने को कहा था।
रीजीजू ने यहां भारतीय खेल प्राधिकरण की आम बैठक के बाद मीडिया से कहा, ‘‘सिंधू ने मुझे फोन किया और मैंने उसे कहा कि जो देश के बाहर महत्वपूर्ण टूर्नामेंट जैसे ओलंपिक क्वालीफिकेशन में भाग ले रहे हैं, वे खेलना जारी रख सकते हैं लेकिन उन्हें उन संबंधित देशों के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए। उन्हें भी कुछ सुरक्षा संबंधित उपाय अपनाने चाहिए।’’
यह पूछने पर कि बैडमिंटन खिलाड़ी पी कश्यप ने स्वास्थ्य मंत्रालय के परामर्श के संबंध में अपनी ट्वीट में संदेह व्यक्त किया था तो रीजीजू ने कहा, ‘‘मैंने स्पष्टीकरण दिया था कि जो विदेश में खेल रहे हैं, उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री खुद हालात की निगरानी रख रहे हैं। हम बहुत गंभीर है। लोगो का स्वास्थ्य चिंता का विषय है और सरकार ने फैसला किया है कि किसी भी कार्यक्रम में ज्यादा संख्या में लोग एकजुट नहीं हों।’’
रीजीजू ने कहा कि जिन भारतीय खिलाड़ियों ने उन सात चिन्हित देशों में होने वाले टूर्नामेंट में भाग लिया है और साथ ही उन देशों से यहां टूर्नामेंट में भाग लेने के लिये आने वाले खिलाड़ियों को अनिवार्य रूप से पृथक रखना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘वे भारतीय खिलाड़ी हो या फिर विदेशी खिलाड़ी, उन्हें पृथक रखना होगा। ’’ ये सात चिन्हित देश चीन, ईरान, दक्षिण कोरिया, इटली, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी हैं।