न्यूयार्क। एक हफ्ते से भी कम समय में, प्रिंसपाल सिंह पेशेवर करियर की शुरूआत करेंगे। एक ऐसा करियर, जिसकी उन्होंने कुछ साल पहले सपने में भी कल्पना नहीं की थी। सिर्फ 7 साल पहले इस खेल में कदम रखने वाले प्रिंसपाल के लिए, यह कभी ना भूलने वाला क्षण होगा और वह इस क्षण को हर लिहाज से यादगार बनाना चाहेंगे। 20 वर्षीय प्रिंसपाल एनबीए जी लीग के साथ करार करने वाले एनबीए अकादमी के पहले ग्रेजुएट और कोई भी पेशेवर करार करने वाले एनबीए अकादमी इंडिया के पहले ग्रेजुएट हैं।
प्रिंसपाल के लिए हालांकि अपने पहले पेशेवर लीग में छाप छोड़ना आसान नही होगा क्योंकि इस लीग के रोस्टर में एनबीए लाटरी के लिए सम्भावित तौर पर चुने जाने वाले येलन ग्रीन और जोनेथन कुमिंगा के अलावा हाई-स्कूल के शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल दैशेन निक्स, आईसिया टॉड और काई सोटो जैसे चमकते हुए सितारे शामिल हैं।
ये भी पढ़ें - विजय हजारे ट्रॉफी का 20 फरवरी से आगाज, 14 मार्च को होगा फाइनल
इन सबके रहते अपनी छाप छोड़ने के लिए पंजाब के इस नौजवान को कोर्ट पर कुछ हटकर करना होगा। प्रिंसपाल हालांकि अपने सामने आने वाली चुनौतियों को लेकर आशावादी हैं। डिज्नी वल्र्ड, ऑरलैंडो में बबल में समय बिता रहे प्रिंसपाल ने कहा, मुझ पर कोई दबाव नहीं है। मुझे जितना भी मौका मिलेगा, उसमें मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा।
प्रिंसपाल सिंह की टीम इग्नाइट 10 फरवरी को सांटा क्रूज वारियर्स के खिलाफ खेलते हुए 2021 एनबीए जी लीग सीजन में डेब्यू करेगी।
इग्नाइट के हेड कोच ब्रायन शॉ ने बताया कि सिंह हर बीतते दिन के साथ एक खिलाड़ी के तौर पर मजबूक हुए हैं। शॉ ने कहा, जब वह टीम में आए तो मैं उनके साथ धीरे-धीरे अभ्यास करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उन्होंने इसमें तेजी लाने का अग्रह किया और वह सब करना चाहा जो बाकी के खिलाड़ी कर रहे थे। मैं बता सकता हूं कि उनका आत्मविश्वास ऊंचा है। वह उस काम के बारे में अच्छा महसूस करते हैं, जो वह रोजाना करते हैं।"
ये भी पढ़ें - IND vs ENG : ऋषभ पंत का एक और वीडियो हुआ वायरल, इस बार की ये मजाकिया हरकत
ब्रायन शॉ ने आगे कहा कि प्रिंसपाल टीम में सबसे तेजी से और सबसे अधिक सुधार करने वाले खिलाड़ी हैं और भारतीय टीम के साथ खेलने से उनके खेल के स्तर में काफी सुधार आया है। शॉ ने कहा, "वह तेजी से एनबीए गेम की टमीर्नोलाजी सीख रहे हैं। साथ ही वह इस लीग के लिए जरूरी रफ्तार और शारीरिक क्षमताओं के बारे में भी सीख रहे हैं। वह जब पहली बार कोर्ट पर गए तो वह बैक-टू-द-बास्केट खिलाड़ी थे लेकिन अह वह थ्री-प्वाइंट-लाइन से बाहर भी अपने रेंज में विस्तार दे चुके हैं।"
सिंह के सामने अभी जो कुछ भी आ रहा है वह उसका भरपूर लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं। सिंह ने कहा, मेरे साथियों के साथ ट्रेनिंग करने का यह बहुत शानदार मौका है। उन्हें खेलते हुए, अभ्यास करते देखकर ही उनसे काफी कुछ सीखने को मिला है।
सिंह ने कहा कि डोंटा हॉल और आमिर जॉनसन जैसे दिग्गजों की आक्रामकता ने उन्हें कोर्ट पर सामने आने वाली चुनौतियों का स्वाद और अनुभव दिया है।
ये भी पढ़ें - IND vs ENG : भारत की ये गलतियां बनी इंग्लैंड के 555 रन के विशाल स्कोर का कारण
सिंह के मन या दिल में आने वाले बड़े दिन को लेकर कोई घबराहट जैसे भावना नहीं और इसी कारण सिंह ने मुश्किल सवालों के जवाब देते हुए भी मुस्कुराते हुए नजर आए। यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारत के जियानिस एंटेटोकोम्पम्पो बनना चाहते हैं तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, मैं भारत का प्रिंसपाल सिंह हूं और वही बने रहना चाहता हूं।
17 एनबीए जी लीग टीमों और इग्नाइट सहित अठारह टीमें, 10 फरवरी से 6 मार्च के बीच 15-15 मैच खेलेंगी। शीर्ष आठ टीमें सिंगल-एलिमिनेशन प्लेऑफ में आगे बढ़ेंगी, जो 8 मार्च से शुरू होगी और एनबीए जी फाइनल के साथ समाप्त होगी।
एनबीए जी फाइनल 11 मार्च को यूट्यूब टीवी पर पेश किया जाएगा। इस वर्ष के प्रतिस्पर्धी प्रारूप (फारमेट) के तहत, टीमों का कोई विभाजन नहीं होगा और कोई भी टीम एक से अधिक बार एक दूसरे से नहीं भिड़ेगी।