मुंबई। मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने मंगलवार को कहा कि अनिवार्य टूर्नामेंट के व्यस्त कैलेंडर के साथ ओलंपिक क्वालीफिकेशन के दबाव से खिलाड़ियों को राहत नहीं मिल रही जिससे खराब फार्म से जूझने के अलावा उन्हें चोटों का सामना करना पड़ रहा है। गोपीचंद ने कहा कि केवल भारतीय खिलाड़ी ही नहीं बल्कि दुनिया भर के सभी शीर्ष खिलाड़ी इस समस्या से जूझ रहे हैं।
गोपीचंद ने कहा, ‘‘कोई राहत नहीं है। आप वास्तव में काफी ज्यादा टूर्नामेंट खेल रहे हो। अगर आप विश्व बैडमिंटन को देखो तो ताई (जु यिंग) से कैरोलिना मारिन तक कई खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आदर्श यही होता कि पीवी सिंधू ने आराम किया होता लेकिन विश्व बैडमिंटन आपके लिये सभी 1000, 750 और 500 स्तर के टूर्नामेंट में खेलना अनिवार्य कर देता है। इसलिये हम 14-15 टूर्नामेंट खेल लेते हैं जो आनिवार्य हैं।’’
सिंधू ने इस साल अगस्त में विश्व चैम्पियनशिप जीतने के बाद कोई बड़ा नतीजा हासिल नहीं किया है। गोपीचंद ने उम्मीद जतायी कि खिलाड़ी अपना ओलंपिक क्वालीफिकेशन जल्द से जल्द हासिल कर लेंगे और सिंधू मजबूत वापसी करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘वह अच्छी है, वह मजबूत है, वह बड़े टूर्नामेंट में हमारी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है। पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था। साल के अंत में अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में उसने अच्छे नतीजे हासिल नहीं किये। इसलिये मुझे भरोसा है कि वह तेजी से वापसी करेगी।’’
गोपीचंद ने फार्म में चल रही चिराग शेट्टी और सत्विकसाईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी की युगल जोड़ी की भी काफी प्रशंसा की जो अगस्त में थाईलैंड ओपन जीतकर बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट हासिल करने वाली पहली भारतीय पुरूष जोड़ी बनी थी।