कराची: भारतीय सरकार से अपने दिल की बीमारी के इलाज के लिए वीजा का अनुरोध करने वाले पाकिस्तान के पूर्व स्टार हॉकी गोलकीपर मंसूर अहमद का हृदयघात से निधन हो गया। साल 1994 में विश्व कप का खिताब जीतने वाली पाकिस्तान टीम के सदस्य मंसूर 49 साल के थे और शनिवार को उनका निधन हुआ।
मंसूर ने 1986 से 2000 तक पाकिस्तान हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व किया था। इसके अलावा, वह 1992 में ओलम्पिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम में भी शामिल थे।पाकिस्तानी हॉकी महासंघ (पीएचएफ) अध्यक्ष ब्रिगेडिर (सेवानिवृत्त) खालिद सज्जाद खोखर और महासचिव शाहबाज अहमद ने मंसूर के निधन पर शोक व्यक्त किया।
पीएचएफ ने एक बयान में कहा, "अध्यक्ष और महासचिव ने अल्लाह से मंसूर की आत्मा की शांति और उनके परिवार को इस दुख को झेलने की हिम्मत देने के लिए प्रार्थना की है।"
तीन बार के ओलंपियन मंसूर पिछले तीन साल से दिल की समस्या से जूझ रहे थे। उन्होंने इससे पहले भारत सरकार से चेन्नई में हृदय प्रत्यारोपण के लिए वीजा की अपील की थी। मंसूर ने एक खिलाड़ी के तौर पर अपने करियर में 338 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले। इसमें तीन एशियाई खेल शामिल थे। उन्होंने 1990 में एशियाई खेलों में पाकिस्तान की हॉकी टीम के साथ स्वर्ण पदक भी जीता था।