वाशिंगटन। फीफा ने कहा है कि यह उसका फर्ज है कि कोरोना वायरस की चपेट में आये फुटबाल उद्योग की मदद के लिये अपने अपार वित्तीय कोषों का प्रयोग करे। कोरोना वायरस महामारी की गाज अमीर क्लबों पर भी पड़ी है। बार्सीलोना और जुवेंटस ने खिलाड़ियों के वेतन में कटौती की है जबकि स्लोवाकिया जैसे छोटे देशों में जिलिना जैसा चैम्पियन क्लब दिवालिया होने की कगार पर है।
उरूग्वे जैसे राष्ट्रीय फुटबाल महासंघ हजारों की संख्या में स्टाफ में कटौती कर रहे हैं। फीफा के पास करीब पौने तीन अरब डॉलर का रिजर्व कोच है जिससे वह कई स्तर पर खेल को वित्तीय सहायता देता है।
फीफा अध्यक्ष जियानी इनफांटिनो और उसके उपाध्यक्ष खेल के लिये सहायता कोष की संभावना पर विचार कर रहे हैं। फीफा ने एक बयान में कहा,‘‘‘फीफा की आर्थिक स्थिति मजबूत है और यह हमारा कर्तव्य है कि संकट में फंसे अपने सदस्यों की मदद करे। हम दुनिया भर में फुटबॉल जगत को वित्तीय सकायता देने की संभावना पर विचार कर रहे हैं।’’