नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार के कारण ओलंपिक खेलों के एक साल तक टलने से भारतीय पुरुष हाकी टीम के कोच ग्राहम रीड और महिला टीम के उनके समकक्ष सोर्ड मारिन निराश है लेकिन उन्होंने कहा कि इससे उन्हें और बेहतर तैयारी करने में मदद मिलेगी। पुरुष और महिला दोनों हॉकी टीमें बेंगलुरु में साइ परिसर में तैयारी कर रही हैं।
हॉकी इंडिया दोनों टीमों के मुख्य कोचों के साथ एक बैठक करेगा ताकि टीमों के लिए अभ्यास कार्यक्रम तैयार किया जा सके। रीड ने कहा, ‘‘यह बहुत निराशाजनक है कि ओलंपिक 2020 में नहीं होगा, लेकिन वर्तमान में दुनिया के सामने आयी अभूतपूर्व परिस्थितियों को देखते हुए यह पूरी तरह से समझा जा सकता है जो अपेक्षित है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन सभी एथलीटों के लिए खेद महसूस करता हूं जिन्होंने इसके लिए अपने जीवन के अंतिम चार साल समर्पित किए हैं। हालांकि रद्द करने के बजाय इसका स्थगन उन्हें इस कठिन दौर में प्रेरणा देगा।’’
पुरुष टीम के कोच ने कहा, ‘‘हमारे लिए इस स्थिति में सकारात्मक यह है कि हमारे पास युवा टीम के साथ काम करने के लिए एक और वर्ष है। हम भाग्यशाली हैं कि साइ ने हमें एक सुरक्षित वातावरण प्रदान किया है और हम अभ्यास जारी रख सकते हैं।’’
महिला टीम के कोच मारिन ने कहा, ‘‘मैंने टीम के साथ एक बैठक की और इस खबर के बारे में बताया। हालांकि यह निराशाजनक है लेकिन लड़कियों ने मुझसे कहा, ‘यह ठीक है, कोच। हम जिस तरह से हैं, हम काम करना जारी रखेंगे’। इससे हमें ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिए और अधिक समय मिलेगा।’’
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा कि महासंघ की कोशिश होगी की ओलंपिक के लिए दोनों टीमों की तैयारी में कोई कमी नहीं रहे। अहमद ने कहा, ‘‘बेशक निराशा की भावना है लेकिन कोविड-19 की स्थिति अभूतपूर्व है और इससे पूरी दुनिया प्रभावित हुई है।’’