लुसाने| ओलंपिक रनर बारलोन टेपलिन चार साल ने चार साल के प्रतिबंध के खिलाफ याचिका दायर की थी लेकिन फैसला उनके पक्ष में नहीं आया जिससे वह अगले साल टोक्यो ओलंपिक और दो विश्व चैम्पियनशिप में भाग नहीं ले सकेंगे। टेपलिन ने 2019 में ग्रेनाडा में रेस जीतने के बाद डोप परीक्षण के लिए नमूना नहीं दिया था।
चार साल की सजा के खिलाफ उन्होंने खेल पंचाट का दरवाजा खटखटाया था। खेल पंचाट ने कहा, ‘‘ वह इस बात से संतुष्ट है कि एथलीट ने नमूना नहीं देने का अपराध किया है।’’
इस फैसले का मतलब यह हुआ की उन पर चार साल का प्रतिबध बरकरार रहेगा। अठाइस साल के टेपलिन 2016 रियो ओलंपिक के 400 मीटर दौड़ के फाइनल में सातवें स्थान पर थे।
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बता दें कि कोरोना महामारी के चलते सभी प्रकार की खेल गतिविधियाँ ठप्प पड़ी हुई हैं। जिसके चलते आईओसी ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जापान में इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक गेम्स को अगले साल जुलाई माह में शिफ्ट कर दिया है। इतना ही नहीं अगले साल 2021 में भी इन खेलों को टोक्यो ओलंपिक 2020 गेम्स के नाम से ही जाना जाएगा। जिसके चलते कुछ खिलाड़ियों को एक साल और तैयारी करने का जहां मौका मिला है बल्कि कुछ खिलाड़ियों की तैयारियों को बड़ा झटका भी लगा है। जबकि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब ओलंपिक खेलों को किसी महामारी के चलते स्थगित करना पड़ा है।