तोक्यो। तोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से बचाये रखने के लिये खुद ही अपने गले में पदक डालने होंगे। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) अध्यक्ष थॉमस बाक ने 339 स्पर्धाओं के पारंपरिक पदक समारोह के लिये हुए ‘बहुत अहम बदलाव’ का खुलासा बुधवार को किया। बाक ने तोक्यो से ‘कांफ्रेंस कॉल’ पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया को बताया, ‘‘पदकों को गले में डालकर नहीं दिया जायेगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘पदक खिलाड़ी को ट्रे में पेश किये जायेंगे और फिर एथलीट पदक लेकर खुद अपने गले में डालेंगे। ’’ बाक ने कहा, ‘‘साथ ही यह सुनिश्चित किया जायेगा कि जो भी व्यक्ति ट्रे में पदक रखेगा, वह कीटाणुरहित दस्ताने पहनकर ही इन्हें ट्रे में रखेगा ताकि सुनिश्चित हो कि किसी ने भी पदकों को छुआ नहीं हो।’’
ओलंपिक में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये काफी सतर्कता बरती जा रही है जबकि यूरोप में फुटबॉल में यूएफा अध्यक्ष एलेक्सांद्र सेफेरिन ने हाल के हफ्तों में प्रतिस्पर्धा के फाइनल्स में खुद ही खिलाड़ियों के गले में पदक पहनाये थे। सेफेरिन ने तो इटली के लिये शानदार प्रदर्शन करने वाले गोलकीपर जियालुइगी डोनारूम्मा से रविवार को लंदन में यूरो 2020 पदक और ट्राफी प्रदान करने के समारोह के दौरान हाथ भी मिलाये थे।
बाक ने बुधवार को भी पुष्टि की कि तोक्यो में ‘‘समारोह के दौरान कोई भी एक दूसरे से हाथ नहीं मिलायेगा और न ही कोई किसी को गले लगायेगा। ’’ ओलंपिक पदक आम तौर पर आईओसी सदस्य या फिर खेल संचालन संस्था के शीर्ष अधिकारी द्वारा ही प्रदान किये जाते हैं। आईओसी ने पहले कहा था कि पदक विजेताओं और समारोह के अधिकारियों को भी मास्क पहनने होंगे।