विंबलडन। नोवाक जोकोविच के पास ‘गोल्डन स्लैम’ पूरा करने का अच्छा अवसर है लेकिन यह स्टार टेनिस खिलाड़ी अभी तक टोक्यो ओलंपिक में खेलने का पक्का फैसला नहीं कर पाया है। दर्शकों की अनुपस्थिति और टोक्यो में कोरोना वायरस से जुड़े कड़े प्रतिबंधों को देखते हुए जोकोविच जापान की यात्रा करने को लेकर उहापोह की स्थिति में हैं।
जोकोविच ने रविवार को विंबलडन खिताब जीतने के बाद कहा, ‘‘मुझे इस बारे में सोचना होगा। मेरी योजना शुरू से ही ओलंपिक खेलों में भाग लेने की थी लेकिन वर्तमान स्थित को देखकर मैं कुछ तय नहीं कर पा रहा हूं। पिछले दो तीन दिनों में मैंने जो कुछ सुना उससे यह अभी 50-50 जैसी स्थिति है।’’
जोकोविच प्रशंसकों की अनुपस्थिति की खबर से भी निराश हैं। यही नहीं कड़े प्रतिबंधों का मतलब होगा कि उनकी निजी टीम के कुछ लोग ही तोक्यो की यात्रा कर पाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सुनकर वास्तव में निराशा हुई।’’
राफेल नडाल पहले ही कह चुके हैं कि वह तोक्यो ओलंपिक में भाग नहीं लेंगे जबकि रोजर फेडरर ने अभी तक कोई निर्णय नहीं किया है।
जोकोविच ने रविवार को चार सेट तक चले फाइनल में इटली के मैटियो बेरेटिनी को हराकर छठी बार विंबलडन खिताब जीतने के साथ फेडरर और नडाल के 20 ग्रैंडस्लैम एकल खिताब के रिकार्ड की भी बराबरी की।