साउथ कोरिया का फुटबॉल सत्र कोरोना वायरस के कारण दो महीने के विलंब के बाद शुक्रवार को शुरू होगा। खाली स्टेडियम में खेले जाने वाले मैचों के दौरान संक्रमण के खतरे से बचने के लिए नए सुरक्षा दिशानिर्देश जारी किए गए हैं जिसमें गोल का जश्न मनाने, हाथ मिलाने और यहां तक कि बात करने को लेकर भी कड़े नियम बनाए गए हैं।
बेलारूस, तुर्कमेनिस्तान और ताईवान जैसे देशों ने कोरोना वायरस के कारण फुटबॉल मुकाबले नहीं रोके थे लेकिन 2002 विश्व कप का सह मेजबान साउथ कोरिया कोरिया फुटबॉल खेलने वाला पहला बड़ा देश है जो कोरोना वायरस के विलंब के बाद लीग शुरू कर रहा है।
साउथ कोरिया उन देशों में शामिल था जिनमें चीन के बाहर शुरुआत में कोरोना वायरस का सबसे अधिक प्रकोप दिखा था जिसके बाद पेशेवर खेलों ने अपने सत्र निलंबित या स्थगित कर दिए थे और फिर बाद में दुनिया भर के देशों ने यही कदम उठाए थे।
कोरिया ने हालांकि अपने मजबूत ‘पहचान, परीक्षण और उपचार’ कार्यक्रम से इस महामारी को नियंत्रित कर लिया है और मंगलवार को खाली स्टेडियम में बेसबॉल की वापसी के बाद अब फुटबॉल की वापसी होगी।
के-लीग एशिया की पहली बड़ी प्रतियोगिता है जिसमें मुकाबले खेले जाएंगे। यूरोप की बड़ी लीग अभी बंद हैं और सिर्फ जर्मनी की बुंदेसलीगा ने मैच दोबारा शुरू करने की ठोस योजना बनाई है।