नयी दिल्ली: वर्ष के अपने पहले मुकाबले से विजेंदर सिंह को दूसरा खिताब मिल सकता है लेकिन इस स्टार भारतीय मुक्केबाज ने कहा कि तकनीक में कुछ हल्के सुधारों के अलावा वह चीन के जुल्फिकार मैमतअली के खिलाफ अगले महीने होने वाले मुकाबले के लिये कोई खास तैयारी नहीं कर रहे हैं।
मौजूदा डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट चैंपियन का सामना डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट खिताब धारक मैमतअली से होगा। पांच अगस्त को मुंबई में होने वाले इस मुकाबले के विजेता को ये दोनों ही खिताब मिलेंगे।
विजेंदर पिछले साल दिसंबर में फ्रांसिस चेका के खिलाफ अपने खिताब का सफल बचाव करने के बाद कोई मुकाबला नहीं लड़ा है। इस तरह से वह इस साल का पहला मुकाबला तब लड़ेंगे जबकि सात महीने गुजर चुके होंगे लेकिन यह 31 वर्षीय मुक्केबाज इससे चिंतित नहीं हैं।
मैनचेस्टर में अपने ट्रेनर ली बीयर्ड के साथ अभ्यास कर रहे विजेंदर ने पीटीआई से कहा, यह मेरे हाथों में नहीं है। कुछ वजहों से चीजें अनुकूल नहीं रही। मुझो अप्रैल में मुकाबला लड़ना था लेकिन तब मेरा प्रतिद्वंद्वी चोटिल हो गया था। मैमतअली ने मुझो मई के मुकाबले के लिये चुनौती दी थी लेकिन वह अपने कुछ कारणों से बाहर हो गया। उसने फिर से चुनौती दी है और मैं पांच अगस्त से उससे मुकाबला करूंगा।
बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ने कहा, मेरा काम जब भी मुकाबला हो तब बेहतर प्रदर्शन करना है और मैं पांच अगस्त को मुकाबले में उतरूंगा। जब आप खिताब धारक बन जाते हैं तो मुकाबलों की संख्या कम हो जाती है और मेरे मामले भी ऐसा हे। यह कोई मसला नहीं है।