छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मेरीकाम अगले साल होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के लिये महिला मुक्केबाजी ट्रायल्स के 51 किग्रा फाइनल में निकहत जरीन के सामने होंगी। दोनों ने अपने पहले दौर के मुकाबलों में सर्वसम्मत फैसले में जीत हासिल की। पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन निकहत जरीन ने शुक्रवार को ज्योति गुलिया को जबकि कई बार की एशियाई चैम्पियन मेरीकाम ने रितु ग्रेवाल को मात दी।
दो दिवसीय प्रतिस्पर्धा शनिवार को समाप्त होगी। ओलंपिक क्वालीफायर के लिये चयन नीति पर भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के ढुलमुल रवैये के बाद जरीन ने कुछ हफ्ते पहले छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मेरीकोम के खिलाफ ट्रायल की मांग कर हंगामा खड़ा कर दिया था। मेरीकोम ने कहा था कि वह बीएफआई की नीति का पालन करेंगी जिसने अंत में ट्रायल्स कराने का फैसला किया।
बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने एक सम्मान समारोह में घोषणा कर हलचल मचा दी थी कि मेरीकोम को उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार अच्छे प्रदर्शन के कारण बिना किसी ट्रायल के ओलंपिक क्वालीफायर के लिये चुना जायेगा। इससे नाराज जरीन ने उचित मौका दिये जाने की मांग की थी।
अन्य मुकाबलों में विश्व युवा स्वर्ण पदकधारी साक्षी ने 57 किग्रा में एशियाई रजत पदक विजेता मनीषा मौन को हराया जबकि पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन सिमरनजीत कौर ने 60 किग्रा में पवित्रा को शिकस्त दी। दोनों नतीजे सर्वसम्मत रहे। पूर्व विश्व चैम्पियन और अनुभवी एल सरिता देवी फाइनल में कौर के सामने होंगी। सरिता ने शुरूआती मुकाबले में पूर्व युवा विश्व चैम्पियन साक्षी चोपड़ा को पराजित किया।
सोनिया चहल को हराने के बाद पूर्व विश्व रजत पदकधारी सोनिया लाठेर का सामना 57 किग्रा फाइनल में साक्षी से होगा। एशियाई खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता पूजा रानी ने 75 किग्रा वर्ग में इंद्रजा को हराकर फाइनल में जगह बनायी। ओलंपिक क्वालीफायर अगले साल फरवरी में चीन में आयोजित किये जायेंगे।
महिला मुक्केबाजी में सभी पांच वर्गों -51 किग्रा, 57 किग्रा, 60 किग्रा, 69 किग्रा और 75 किग्रा- का फैसला ट्रायल से ही होगा क्योंकि कोई भी मुक्केबाज विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह नहीं बना सकी थी। पुरूषों का दो दिवसीय ट्रायल कर्नाटक के बेलारी में रविवार से शुरू होगा।