भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर नमिता टोप्पो ने कहा है कि टोक्यो ओलंपिक के स्थगित होने से पदक जीतने का टीम का लक्ष्य नहीं बदला है और वे इस लक्ष्य को पाने के लिए अभी भी कड़ी मेहनत कर रही हैं। कोरोनावायरस महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक को 2021 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
नमिता ने कहा, "ओलंपिक पदक जीतना हमेशा से हमारा लक्ष्य रहा है। यहां तक कि स्थगित होने के बाद भी यह बदला नहीं है। निश्चिति रूप से इससे अगले साल की तैयारियों के लिए हमें और ज्यादा समय मिला है।"
उन्होंने कहा, " मुझे लगता है कि हमारी टीम काफी भाग्यशाली है कि उसके पास उम्रदराज खिलाड़ी नहीं है। खिलाड़ियों का यह ग्रुप लंबे समय से एक साथ खेल रहा है। मेरा मानना है कि एक साल का और अनुभव हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा।"
भारतीय टीम के लिए अब तक 165 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल चुकीं नमिता इस समय बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) कैम्प में अभ्यास कर रही हैं।
24 साल की नमिता ने जुलाई 2018 में अपने 150 मैच पूरे किए थे। इसके बाद वह सितंबर 2019 में चोट के बाद से फिर वापसी करने में सफल हुईं और उसके बाद से वह अपनी गति पर काम कर रही हैं।
मिडफील्डर ने कहा," जब मैं टीम से दूर थी तो मैं बहुत संघर्ष कर रही थी। घुटने की चोट के कारण मैं करीब 10 महीने टीम से बाहर थी और यह चोट मुझे 2018 एशियाई खेलों के दौरान लगी थी।"
उन्होंने कहा, " इसे लेकर मैं बहुत चिंतित थी क्योंकि मुझे पता नहीं था कि वापसी में कितना समय लगेगा। लेकिन जब में टीम में वापस आई तो मुझे लगता है कि ज्यादा समय तक टीम से बाहर रहने मैं मजबूत हुई हूं।"