नई दिल्ली। दिग्गज जिमनास्ट नादिया कोमानेसी ने भारतीय खिलाड़ी दीपा करमाकर को सुझाव दिया है कि तोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने के लिए उन्हें ना तो अपने खेल में ज्यादा बदलाव करने की जरूरत है ना ही विदेशों में जाकर प्रशिक्षण लेने की।
रोमानिया की पांच बार की ओलंपिक चैम्पियन ने कहा कि दीपा को माहौल में बदलाव के लिए एक या दो सप्ताह के लिए ही विदेश जाना चाहिए। नादिया ने ‘‘दीपा करमाकर: द स्मॉल वंडर’’ किताब की प्रस्तावना में लिखा है, ‘‘अगले ओलंपिक में पदक की दावेदार बनने के लिए दीपा को विदेश जाने की जरूरत नहीं। उनके लिए भारत में उसके लिए बहुत सहायक प्रणाली है और मैं उसे सिर्फ इतना ही सुझाव देना चाहूंगी कि अमेरिका या किसी ऐसे देश में अभ्यास करे, जहां अच्छे जिम्नास्ट हो। यह बहुत छोटे समय के लिए होना चाहिए। उन्हें माहौल में बदलाव के लिए सिर्फ एक या दो सप्ताह के लिए विदेश में अभ्यास करके भारत वापस आ जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि अच्छा जिमनास्ट होने के लिए किसी विशेष देश में जन्म लेना जरूरी नहीं। लॉरेस विश्व खेल अकादमी की सदस्य नादिया ने कहा, ‘‘ हां, पिछले कई वर्षों से इस खेल में अमेरिका, रूस और रोमानिया का दबदबा रहा था लेकिन भारत में दीपा जैसी प्रतिभाशाली जिम्नास्ट को देखना शानदार है। जिम्नास्टिक जैसे बेहद ही प्रतिस्पर्धी खेल में उनकी सफलता यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भारतीय को विश्व मंच पर चमकने के लिए अब मुश्किल नहीं हो।’’