कोलकाता: मुंबई सिटी एफसी ने शुक्रवार को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन के मैच में मेजबान एटीके को 3-1 से मात देकर प्लेऑफ में जगह बना ली। विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में खेल गए इस मैच में मुंबई की जीत के हीरो मोदू सोगू रहे जिन्होंने हैट्रिक लगाई। सोगू ने पहले हाफ में दो और दूसरे हाफ में एक गोल किया। एटीके के लिए एकमात्र गोल आंद्रे भिके ने किया।
इस जीत से मुंबई प्लेऑफ में जाने वाली तीसरी टीम बन गई है। बेंगलुरू एफसी और एफसी गोवा पहले ही अंतिम-4 में पहुंच चुकी हैं। यह मुंबई का 17वां मैच था जिसे जीतकर उसने अपने अंकों की संख्या 30 कर प्लेऑफ में कदम रखा। एटीके की यह 17 मैचों में छठी हार है। वह 21 अंकों के साथ छठे स्थान पर ही है। दो बार की विजेता का प्लेऑफ में जाने का सपना पहला ही टूट चुका है।
मैच की शुरुआत तो मेजबान ने आक्रामक अंदाज में की थी। ईदू गार्सिया ने पहले ही मिनट में मुंबई के गोलकीपर अमरिंदर सिंह की परीक्षा ली जिसमें गोलकीपर सफल रहे। कुछ दफा और एटीके ने अमरिंदर को आजमाया और हर बार जीत मुंबई के गोलकीपर की ही हुई।
धीरे-धीरे मुंबई ने अपने खेल में तेजी दिखाई और एटीके पर हावी होना शुरू किया। उसके इस प्रयास को बल 26वें मिनट में सोगू द्वारा किए गए गोल से मिला। प्रांजल भुमजी ने सोगू को लंबा पास दिया। सोगू ने गेंद अपने पास ली और पहले ही टच में गेंद को नेट में डाल मुंबई को 1-0 की बढ़त दिला दी।
एक गोल से पीछे होने के बाद एटीके और दबाव में आ गई थी। उसके खेल पर इसका असर दिख रहा था क्योंकि मैच की शुरुआत की तरह वह मौके नहीं बना पा रही थी। 37वें मिनट में हालांकि इयुगेनसेन ल्यांगदोह ने एक कोशिश की, लेकिन वह अमरिंदर से पार नहीं पा सके।
एटीके वापसी कर पाती उससे पहले ही सोगू ने मुंबई के लिए दूसरा गोल कर दिया। इस बार उनकी मदद आर्नल्ड इसोको ने की। इसोको ने बाएं फ्लैंक से लंबा पास दिया और एक बार फिर सोगू ने गेंद को पहले टच में नेट में डाल मुंबई की बढ़त को दोगुना कर दिया।
पहले हाफ के आखिरी मिनट में एटीके के कालू ऊचे ने गोल करने का एक और प्रयास किया, लेकिन इस बार भी अमिरंदर ने गेंद को अंदर नहीं जाने दिया।
दूसरे हाफ में भी मुंबई हावी रही। प्रांजल ने कुछ मौके बनाए, लेकिन सफल नहीं हो सके। प्रांजल को सफलता नहीं मिली लेकिन सोगू एक बार फिर गेंद को नेट में डालने में सफल रहे। उन्होंने अपना और टीम का तीसरा गोल 60वें मिनट में किया।
ऐसा नहीं था कि एटीके बिल्कुल भी मौका नहीं बना पा रही थी। उसकी राह में हमेशा मुंबई के गोलकीपर अमरिंदर ही बाधा बन रहे थे, लेकिन आंद्रे भिके ने अंतत: 67वें मिनट में अमरिंदर की दीवर को अपने हैडर से गिरा दिया। आंद्रे के पास गेंद प्रीतम कोटाल से आई थी। कोटाल ने बाएं फ्लैंक से गेंद को बॉक्स के अंदर डाला और आंद्रे ने शानदार हैडर से उसे गोल में भेज दिया। यहां अमरिंदर सिर्फ देखते रह गए।
इस एक गोल ने एटीके के में थोड़ी जान जरूर फूंक दी थी और अब वह पहले से ज्यादा सक्रिय फुटबाल खेल रही थी। इसी बीच में उसने गलतियां भी कीं। ऐसी ही एक गलती के कारण 74वें मिनट में प्रणॉय हल्दार को पीला कार्ड दिला दिया।
अंत में एटीके ने बदलाव भी किए जो कारगर साबित नहीं हुए। साथ ही अमरिंदर ने भी एटीके को गोल करने से रोके रखा।