जम्मू: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बनी दीपा करमाकर की तारीफ करते हुए आज कहा कि इस खिलाड़ी ने अपने दृढ़ संकल्प से देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने यहां श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के मौके पर कहा, दीपा ने भारत को गौरवान्वित किया है और देश को सम्मान दिलाया है। पहली बार देश की बेटी को रियो ओलंपिक के लिये जिमनास्टिक स्पर्धा के लिये चुना गया है। उन्होंने यह उपलब्धि अपने दृढ़ संकल्प से हासिल की। संसाधनों की कमी को उसने अपने आड़े नहीं आने दिया।
मोदी ने कहा कि जिंदगी में आगे बढ़ने के लिये दृढ़ संकल्प की जरूरत होती है और इस मुहिम में उपलब्ध सुविधाओं की मात्रा को बाधा नहीं बनना चाहिए। दीपा ने कल ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बनकर इतिहास रच दिया। प्रधानमंत्री ने बिहार के गहलौर में सड़क बनाने के लिये माउंटेन मैन दशरथ मांझी के प्रयास की भी सराहना की जिन्होंने 1960 से 1982 तक 22 साल तक दिन रात काम करके यह सड़क बनायी। मोदी ने कहा, मांझी ने सिर्फ सड़क ही नहीं बनायी बल्कि इसके साथ इतिहास भी रच दिया।
22 साल की दीपा ने रविवार को अनइवन बार्स में खराब प्रदर्शन किया था लेकिन बीम तथा फ्लोर एक्सरसाइज में उनका प्रदर्शन इस काबिल रहा कि वह ओलम्पिक टिकट हासिल कर सकीं। टेस्ट इवेंट के लिए भारत की ओर से दीपा को रिजर्व लिस्ट में रखा गया था। बीते महीने ही दीपा को बताया गया कि वह भारत की मुख्य टीम में शामिल कर ली गई हैं।