नई दिल्ली। छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मेरीकोम ने मंगलवार को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) द्वारा संचालित ऑनलाइन शैक्षिक कार्यक्रम में साथी मुक्केबाजों को चोटों के प्रबंधन को लेकर जानकारी दी। बीएफआई की प्रेस रिलीज के अनुसार मेरीकोम के साथ भारतीय टीम के डाक्टरों और फिजियो ने भी इस सत्र में हिस्सा लिया जिसे तीन सौ के करीब प्रतिभागियों ने देखा।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मेरीकोम ने कहा,‘‘उनके (डॉक्टर और फिजियो) साथ बात करने से मुझे अपने शरीर की बेहतर जानकारी होने के महत्व को समझने में मदद मिली। किस तरह कसरत करके चोटों से बचा जा सकता है और सर्जरी ही हमेशा एकमात्र उपाय नहीं होता, यह मुझे काफी बाद में समझ आया।’’
डॉक्टरों और फिजियोथेरेपिस्टों ने कई सामान्य भ्रांतियों पर विस्तार से बात की जिसमें ‘मेरे शरीर में पहले से ही लचीलापन है इसलिए स्ट्रेचिंग की जरूरत नहीं, भार के साथ ट्रेनिंग करने से चोट बढ़ जाएगी और पट्टी बांधकर खेलने से चोटिल होने से बच जाएंगे’ जैसे विषय शामिल थे।
ये भी पढ़ें - क्या अभी भी रद्द हो सकता है टोक्यो ओलंपिक? अध्यक्ष योशिरो मोरी ने दिया जवाब
मेरीकोम ने हाल में पीठ की चोट का उदाहरण दिया जो उन्हें परेशान कर रही थी लेकिन फिजियोथेरेपी से वह ठीक हो गईं। मेरीकोम ने इस सत्र में भाल ले रहे मुक्केबाजों को कहा कि व्यायाम सर्वश्रेष्ठ दवा और फिजियो की सलाह सर्वश्रेष्ठ उपचार है।