नई दिल्ली के आईजी स्टेडियम के केडी जाधव हाल में जारी महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई है। मैरी कॉम ने सेमीफाइनल में नॉर्थ कोरिया की किम हियांग मी का हराकर फाइनल में प्रवेश किया है। अब इस प्रतियोगिता में मैर कॉम का सिलवर मेडल पक्का हो गया है, लेकिन मैरिकॉम की नजर छठी बार इस खिताब को अपने नाम करने की होगी।
मैरी कॉम एकमात्र ऐसी मुक्केबाज हैं जो पांच बार विश्व चैम्पियन बनने का गौरव हासिल कर चुकी हैं और जाहिर सी बात है कि वह छठी बार भी इस खिताब को अपने नाम करना चाहेगी। मैरी कॉम ने आखिरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब 2010 में 48 किलो वर्ग में जीता था।
सेमीफाइनल से पहले मैरी कॉम ने कहा, "मुझे अपने ऊपर भरोसा है। मुझे पता है कि कब गार्ड ड्रॉप करने हैं और कब अटैक करना है। मैंने प्रशिक्षकों के साथ काम किया है और अपनी विपक्षी का काउंटर करने की रणनीति मेरे पास है।"
ओलम्पिक में कांस्य जीतने वाली मैरी कॉम ने 2002, 2005, 2006, 2008 और 2010 में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा वह 2001 में रजत पदक जीत चुकी हैं।