विनेश फोगाट को अस्थायी तौर पर निलंबित किये जाने पर उनके परिजनों ने बुधवार को यहां कहा कि यदि इस स्टार पहलवान ने टोक्यो ओलंपिक के दौरान वास्तव में अनुशासनहीनता दिखाई तो फिर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का फैसला सही है।
डब्ल्यूएफआई ने मंगलवार को बताया था कि उसने टोक्यो ओलंपिक खेलों में अभियान के दौरान अनुशासनहीनता के लिए विनेश को 'अस्थाई रूप से निलंबित' कर दिया है। विनेश के बचपन के कोच और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता महावीर फोगाट ने कहा कि खेलों में अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। महावीर विनेश के ताऊ भी हैं।
उन्होंने कहा, "विनेश ने खेल के दौरान दूसरी कंपनी की टी-शर्ट पहनी थी, जिसे महासंघ ने अनुशासनहीनता माना है। यदि यह अनुशासनहीनता है तो उसका विनेश को सबक मिलना चाहिए। अब विनेश भी अपना पक्ष रखेगी।"
टोक्यो खेलों के क्वॉर्टर फाइनल में हारकर बाहर हुई विनेश को नोटिस का जवाब देने के लिए 16 अगस्त तक का समय दिया गया है। इसमें अनुशासनहीनता के तीन आरोप लगाए गए हैं। जवाब नहीं देने तक वह किसी राष्ट्रीय या अन्य घरेलू प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा पेश नहीं कर पाएगी और डब्ल्यूएफआई अंतिम फैसला करेगा।
महावीर ने 'भाषा' से कहा, "खेलों में कोई भी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करता है। मैंने भी अपने बच्चों को खेलों के दौरान अनुशासन में रहने की प्रेरणा दी है।"
उन्होंने इसके साथ ही बताया कि टोक्यो ओलंपिक में दूसरे मुकाबले के दौरान विनेश का रक्तचाप नीचे चला गया था जिसके कारण वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पायी। विनेश के भाई हरविंदर ने कहा कि विनेश को निलंबित किये जाने की जानकारी नहीं है।
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उन्होंने कहा, "मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है। मेरी विनेश से भी बात नहीं हुई है यदि महासंघ ने विनेश को नोटिस दिया है तो उसका जवाब देगी और विनेश भविष्य में अपना श्रेष्ठ खेल दिखाकर देश के लिए पदक जीतेगी।"