क्रोएशिया को पहली बार फीफा वर्ल्ड कप फाइनल तक ले जाने वाले कप्तान लुका मॉड्रिक ने आखिरकार महान फुटबॉलरों क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मेसी की पिछले 10 साल से चली आ रही बादशाहत को खत्म करते हुए बैलोन डी' ओर पर कब्जा जमाया। खिताब की इस रेस में लुका ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो और पेरिस सेंट जर्मेन, फ्रांस के कलियान म्बापे और एटलेटिको मैड्रिड के एंटोनी ग्रिजमैन को पछाड़कर पहली बार बैलोन डी' ओर की ट्रॉफी जीती। 2008 से लगातार बैलोन डी' ओर का खिताब रोनाल्डो या मेसी में से किसी एक के ही नाम रहा है।
33 साल के लुका ये अवॉर्ड जीतने वाले क्रोएशिया के पहले फुटबॉलर बने। लुका ने पिछले सीजन में रियल मैड्रिड को चैंपियंस लीग का चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
बैलोन डी' ओर जीतने पर लुका ने कहा,''जब मैं बच्चा था तो हमेशा सोचता था कि किसी बड़े होकर किसी बड़े क्लब की ओर से फुटबॉल खेलू और ये ट्रॉफी जीतूं, बैलोन डी' ओर जीतना इसी सपने के सच होने जैसा है। ये मेरे लिए बहुत गर्व की बात है।''
फ्रांस और पेरिस सेंट जर्मेन के युवा फॉरवर्ड काइलियन म्बापे को साल का सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुना गया। गौरतलब है कि ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले के बाद विश्व कप में गोल दागने वाले म्बापे दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। 1958 में पेले ने यह उपलब्धि हासिल की थी।