बेंगलुरू। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के स्ट्राइकर मनदीप सिंह ने कहा है कि टीम टोक्यो ओलम्पिक के स्थगित होने की निराशा को पीछे छोड़ चुकी है और अब कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बीच अपनी फिटनेस और दक्षता को बनाए रखने पर ध्यान दे रही है। कोरोनावायरस के कारण अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) और खेलों की आयोजन समिति ने ओलम्पिक खेलों को एक साल के लिए स्थगित करने का फैसला लिया है।
मनदीप ने आईएएनएस से कहा, "शुरुआत में यह निराशाजनक था, लेकिन इस समय पूरा विश्व समस्या से जूझ रहा है। हम समझते हैं कि यह फैसला खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है।"
उन्होंने कहा, "हम शुरुआती निराशा से निकल चुके हैं और अब इस लॉकडाउन में अपनी फिटनेस के स्तर को बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।"
भारत की महिला और पुरुष दोनों हॉकी टीमें इस समय साई के बेंगलुरू स्थित केंद्र में हैं।
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स्ट्राइकर ने कहा, "हम भाग्यशाली हैं कि पूरा कोर ग्रुप यहां साई में एक साथ है। हमारा कोचिंग स्टाफ भी यहीं है। हम हॉकी की ट्रेनिंग नहीं कर रहे हैं लेकिन हमें खास कार्यक्रम दिया गया है जिसका हम पालन कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "यह ऐसी चीज है जिससे इस समय पूरे विश्व के खिलाड़ियों को गुजरना पड़ रहा है। मैं तो सोचता हूं कि हम तो बाकी टीमों की अपेक्षा अच्छी स्थिति में हैं। हमारी पूरी टीम साथ है। एक बार जब लॉकडाउन खत्म हो जाए तो हम तुरंत ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं।"
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उनका कहना है कि इस समय स्वस्थ और फिट रहना सबसे ज्यादा जरूरी है। मनदीप ने कहा कि इस लॉकडाउन का उनकी टीम के ओलम्पिक पदक जीतने के लक्ष्य पर असर नहीं पड़ेगा।
मनदीप ने कहा, "इस लॉकडाउन का हमारे ओलम्पिक पदक जीतने के सपने पर असर नहीं पड़ेगा।"
25 साल के इस खिलाड़ी ने साथ ही देश के लोगों से कोविड-19 से एक साथ मिलकर लड़ने की अपील की है।
उन्होंने कहा, "कृपया कर सरकार द्वारा जारी की गई सभी गाइडलाइंस माने। घर पर रहें सुरक्षित रहें।"