नई दिल्ली। फीफा वर्ल्ड कप 2018 के फाइनल में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर दूसरी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। इस पूरे वर्ल्ड कप में फ्रांस के लिए उसके युवा खिलाड़ी किलियम एम्बाप्पे ने शानदार प्रदर्शन किया। एम्बाप्पे ने फाइनल में भी एक गोल दागा। वे पेले के बाद फीफा फाइनल में गोल दागने वाले सबसे कम उम्र के दूसरे खिलाड़ी बिने।
हालांकि क्रोएशिया के खिलाफ फाइनल में उनके लिए मैदान पर उतरना आसान नहीं था। एम्बाप्पे ने खुलासा किया है कि उन्होंने कमर में चोट के साथ विश्व कप सेमीफाइनल और फाइनल खेला था। फ्रांस की फुटबॉल पत्रिका को दिए इंटरव्यू में 19 साल के एम्बाप्पे ने कहा कि रूस में टूर्नामेंट के सेमीफाइनल से तीन दिन पहले उसकी रीढ़ की हड्डियों में से तीन खिसक गई थीं। लेकिन उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया था।
अपनी चोट के बारे में एम्बाप्पे कहते हैं, ‘मैं विरोधियों को इसकी भनक नहीं लगने देना चाहता था, वरना वे मेरी कमर को निशाना बनाते। हमने फाइनल में भी इसे छिपाये रखा।’ आपको बता दें कि एम्बाप्पे ने फाइनल में एक गोल समेत टूर्नामेंट में चार गोल कर विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का पुरस्कार जीता।
बता दें कि फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में फ्रांस की तरफ से मैच में चौथा गोल करने के साथ ही एमबापे के नाम एक उपलब्धि भी जुड़ गई। वह वर्ल्ड कप के फाइनल में गोल करने वाले दूसरे टीनेजर बन गए। उनसे पहले 1958 के विश्व कप फाइनल में पेले ने गोल किया था। उस समय पेले की उम्र 18 साल थी और उस मैच में उनके दो गोलों की मदद से ब्राजील ने स्वीडन को 5-2 से हराया था।