बर्लिन : यूरोपीय फुटबाल क्लबों के बीच खेले जाने वाली सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में से एक चैम्पियंस लीग का फाइनल शनिवार को स्पेन के बार्सिलोना और इटली के जुवेंतस के बीच बर्लिन के ओलंपिक स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों ही टीमें इस सत्र में अब तक दो-दो खिताब अपने नाम कर चुकी हैं और उनकी नजर सत्र के तीसरे खिताब पर होंगी।
बार्सिलोना की टीम अगर चैम्पियंस लीग का फाइनल जीतने में कामयाब होती है तो एक सत्र में दो बार तिहरा खिताब (घरेलू लीग, कप खिताब और यूरोपीयन चैम्पियंस लीग) जीतने वाली वह यूरोप की पहली टीम बन जाएगी। बार्सिलोना इस सत्र में अब तक ला लीगा और किंग्स कप अपने नाम कर चुका है।
वहीं, अगर जुवेंतस चैम्पियंस लीग जीतता है तो वह पहली बार एक सत्र में तीन खिताब अपने नाम करेगा। इससे पूर्व केवल सात क्लब ही एक सत्र में तीन खिताब जीतने की उपलब्धि हासिल कर सके हैं। बार्सिलोना ने इससे पूर्व यह कारनामा 2009 में किया था।
बहरहाल, मुकाबले की बात करें तो बार्सिलोना इटली के जुवेंतस से ज्यादा मजबूत नजर आ रहा है।
स्टार स्ट्राइकर लियोनेल मेसी, लुइस सुआरेज और ब्राजीलियाई नेमार बार्सिलोना को जुवेंतस के कहीं आगे ले जाकर खड़ा करते हैं। इसके बावजूद यह भी नहीं भूलना चाहिए कि किस प्रकार जुवेंतस ने सेमीफाइनल में स्पेनिश क्लब रियल मेड्रिड को बाहर का रास्ता दिखाया।
बार्सिलोना के डिफेंडर गेरार्ड पिक पहले ही कह चुके हैं कि जुवेंतस ने जिस प्रकार फाइनल में जगह बनाई उसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी। गेरार्ड के अनुसार जुवेंतस के मोराटा और कार्लोस तेवेज का खेल को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
जुवेंतस इस मैच में अपने डिफेंडर जॉर्जियो चिलीनी के बगैर उतरेगा। चिलीनी मासपेंशियों में खिंचाव के कारण इस मैच में नहीं खेलेंगे। उनके नहीं खेलने के फैसले से दर्शकों को थोड़ी निराशा जरूर हुई है। पिछले साल फीफा विश्व कप में सुआरेज द्वारा चिलीनी को दांत काटने की घटना ने खूब चर्चा बटोरी थी। उस घटना के करीब एक साल बाद सुआरेज और चिलीनी एक बार फिर एक-दूसरे के खिलाफ खेलने वाले थे।
बार्सिलोना टीम में चोट को लेकर कोई समस्या नहीं है और उसके सभी महत्वपूर्ण खिलाड़ी पूरी तरह से फिट हैं।
बार्सिलोना के लिए यह मैच इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि उसके अनुभवी मिडफील्डर जावी हर्नान्डेज का क्लब के लिए यह आखिरी मैच होगा। ऐसे में टीम अपने इस खिलाड़ी को जीत के साथ विदाई देना चाहेगी।
बार्सिलोना के कोच लुइस एनरिक ने इस बीच जरूर अपने खिलाड़ियों को अतिआत्मविश्वास से बचने की सलाह दी है।