पुणे: इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में खराब फॉर्म से जूझ रही एफसी पुणे सिटी आज छत्रपति शिवाजी स्पोटर्स कॉम्पलेक्स में मौजूदा चैम्पियन चेन्नइयन एफसी से भिड़ेगी। पिछले सीजन में दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया था और प्लेऑफ में जगह बना ली थी। चेन्नइयन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब भी अपने नाम किया था लेकिन इस सीजन में दोनों टीमें अंकतालिक में नीचे हैं और संघर्ष करती दिख रही हैं।
एफसी पुणे के अंतरिम कोच प्रद्युमन रेड्डी ने कहा, "किसी ने नहीं सोचा होगा कि पिछले सीजन में सेमीफाइनल में खेलने वाली दो टीमें इस सीजन में एक तिहाई समय निकल जाने के बाद भी इस स्थिति में होंगी। हम उस जगह हैं जहां हम होना नहीं चाहते। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने आप को इस स्थिति में से बाहर निकालें।"
रेड्डी को मिगुएल एंजेल पुतर्गाल के बर्खास्त किए जाने के बाद टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनकी कोशिश अपनी टीम को खराब स्थिति में से बाहर निकालने की है। रेड्डी को अपने कोच के तौर पर पहले मैच में एफसी गोवा के हाथों 4-2 से हार झेलनी पड़ी थी, लेकिन केरला ब्लास्टर्स के खिलाफ ड्रॉ ने बताया है कि उनकी टीम वापसी कर सकती है।
उनके लिए हालांकि, राह आसान नहीं है क्योंकि डिएगो कार्लोस को एफसी गोवा के खिलाफ मैच में रेड कार्ड के कारण दो मैचों का अतिरिक्त प्रतिबंध झेलना पड़ा रहा है। वहीं मार्को स्टानोविक चोट के कारण बाहर बैठ सकते हैं।
एक बार फिर टीम की जिम्मेदारी इमिलियानो अल्फारो पर होगी जो इस सीजन में दो पेनाल्टी छोड़ चुके हैं। उनके अलावा मार्सेलिंहो पर भी बड़ी जिम्मेदारी होगी।
वहीं जॉन ग्रेगोरी की चेन्नइयन एफसी अंकतालिका में 10वें स्थान पर है। मौजूदा विजेता का न डिफेंस अच्छा चल रहा है न ही अटैक। पुणे के साथ चेन्नइयन का भी डिफेंस में रिकार्ड खराब है। दोनों ने अभी तक 11 गोल खाए हैं।
ग्रेगोरी ने कहा, "अभी तक हमारा सीजन खराब रहा है। हमने छह मैचों में सिर्फ एक अंक हासिल किया है। यहां बात करने से अंतर नहीं आएगा। हमें मैदान पर काम करना होगा। कल मैं उन खिलाड़ियों को चुनूंगा जिनके अंदर जीत और तीन अंक हासिल करने की भूख हो।"
ग्रेगोरी से उम्मीद है कि वह टीम में बदलाव करेंगे और उन खिलाड़ियों को मौका देंगे जो अभी तक बैंच पर बैठे हैं। ग्रेगोरी नेल्सन अपने आप को अंतिम-11 में पा सकते हैं। इसका कारण अतिरिक्त खिलाड़ी के तौर पर उनका प्रदर्शन है। करणजीत सिंह अपनी जगह संजीबन घोष से गंवा सकते हैं क्योंकि करणजीत अपनी गोलकीपिंग से प्रभावित नहीं कर सके हैं।
यह देखना होगा कि खराब फॉर्म से जूझ रहीं दोनों टीमों में से कौनसी टीम अपने आप को जीत की राह पर ले के आ पाती है। क्या रेड्डी टीम प्रबंधन के पुर्तगाल के स्थायी विकल्प से पहले टीम को जीत की राह पर लौटा पाते हैं या चेन्नइयन एफसी एक बार फिर अपनी पुरानी खतरनाक फॉर्म में वापसी कर पाती है।