नई दिल्ली। राही सरनोबट ने म्यूनिख में चल रहे सत्र के तीसरे आईएसएसएफ विश्व कप में सोमवार को महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल का स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक कोटा हासिल किया जबकि किशोर निशानेबाज सौरभ चौधरी ने पुरूषों के दस मीटर एयर पिस्टल में नये विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। मेरठ के रहने वाले 17 वर्षीय चौधरी ने फाइनल में 246.3 का स्कोर बनाया और इस तरह से फरवरी में नयी दिल्ली विश्व कप में बनाये गये 245 अंक के अपने ही पिछले रिकॉर्ड में सुधार किया। उन्होंने इस तरह से सीनियर और जूनियर दोनों वर्गों में विश्व रिकॉर्ड बनाया।
भारत अब म्यूनिख विश्व कप में तीन स्वर्ण पदक लेकर शीर्ष पर है। चीन एक स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक लेकर दूसरे स्थान पर है। इससे पहले रविवार को अपूर्वी चंदेला ने महिलाओं की दस मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था। एशियाई खेलों की चैंपियन राही ने अपने करियर का दूसरा विश्व कप स्वर्ण पदक जीता जिससे भारत तोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता के लिये छठा कोटा हासिल करने में सफल रहा।
महिला वर्ग के फाइनल में एक अन्य भारतीय मनु भाकर ने राही से बेहतर शुरुआत की। उन्होंने पांच-पांच शाट की दस सीरीज की पहली सीरीज में पांच में पांच शाट सही जमाये।
राही ने तीन हिट्स लगाये। छठी सीरीज के बाद मनु, राही और उक्रेन की ओलेना कोस्टिविच समान 21 अंक लेकर संयुक्त शीर्ष पर थे। मनु को सातवीं सीरीज में हालांकि बंदूक की खराबी से जूझना पड़ा और आखिर में वह पांचवें स्थान पर रहकर बाहर हो गयी। राही ने हालांकि अच्छा प्रदर्शन जारी रखा तथा आठवीं और नौवीं सीरीज में परफेक्ट पांच से उन्होंने 37 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता।
ओलेना ने 36 अंकों के साथ रजत जबकि बुल्गारिया की एंटोनेटा बोनेवा ने 26 अंक के साथ कांस्य पदक और दूसरा उपलब्ध कोटा स्थान हासिल किया। भारत की तीसरी खिलाड़ी चिंकी यादव क्वालीफिकेशन में 571 अंक बनाकर 56वें स्थान पर रही। इससे पहले सौरभ ने न सिर्फ भारत को स्वर्ण पदक दिलाया बल्कि इस प्रक्रिया में सीनियर और जूनियर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। दिलचस्प बात यह है कि ये दोनों रिकॉर्ड इससे पहले भी उन्हीं के नाम पर थे। उनका पिछला सीनियर रिकॉर्ड 245 जबिकि जूनियर विश्व रिकॉर्ड 245.5 अंक का था।
सौरभ ने रूस के आर्तम चेरसुनोव (243.8) को लगभग तीन अंकों से हराया। चीन के वेई पेंग (220.7) ने कांस्य पदक जीता। भारत के शहजार रिजवी भी इस स्पर्धा में भाग ले रहे थे। उन्होंने फाइनल में जगह बनायी लेकिन आखिर में 177.6 अंक लेकर पांचवें स्थान पर रहे। चौधरी ने फाइनल में पहले शॉट में 9.3 का स्कोर बनाया लेकिन इसके बाद लगातार पांच शॉट में 10.1 का स्कोर बनाया। पहले दौर के शॉटस के बाद वह चेरसुनोव से 0.6 अंक पीछे थे। दूसरे दौर के छह शॉट में हालांकि उन्होंने बढ़त हासिल कर ली। इसमें उन्होंने तीन शाट में 10 से कम अंक बनाये लेकिन दो शाट 10.7 के लगाये।
भारतीय निशानेबाज ने इसके बाद प्रत्येक एलिमिनेशन में बढ़त बनाये रखी। उन्होंने आखिर में 10.3 के दो शाट जमाये जबकि एक शॉट 10.7 का लगाया। चौधरी का अंतिम शॉट 10.6 का था जिससे वह खुद का रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रहे।