बेंगलुरू| भारतीय पुरुष हॉकी टीम बुधवार से ट्रेनिंग बहाल करने की तैयार कर रही है और ऐसे में स्ट्राइकर एसवी सुनील का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के दक्षिणी केंद्र में बिताए 14 दिन के आइसोलेशन का समय उनकी मानसिक मजबूती और धैर्य की परीक्षा थी। सुनील ने कहा कि लंबे समय तक आइसोलेशन में रहने की चुनौती से पार पाने के लिए टीम के प्रत्येक सदस्य का मानसिक रूप से मजबूत रहना महत्वपूर्ण है।
सुनील ने कहा, ‘‘पिछले दो हफ्तों में हम सभी ने महसूस किया है कि हम सभी को मानसिक रूप से मजबूत रहने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हम हमेशा अपने मित्रों, परिवार और टीम के साथियों के संपर्क में रहें।’’ भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम के सदस्य अपने घर से ब्रेक से लौटने के बाद 14 दिन के अनिवार्य आइसोलेशन से गुजर रहे हैं और बुधवार से राष्ट्रीय शिविर की ट्रेनिंग बहाल करेंगे जो 30 सितंबर तक चलेंगे। सुनील ने टीम के सहयोगी स्टाफ के प्रयासों की भी सराहना की जिसमें मुख्य कोच ग्राहम रीड भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम व्यस्त रहें क्योंकि आप हमेशा टेलीविजन नहीं देख सकते या फोन पर पूरे दिन गेम नहीं खेल सकते। इसलिए हमारे कोच और सहयोगी स्टाफ के सदस्यों ने यह सुनिश्चित करने का फैसला किया कि हम कुछ ना कुछ करते रहें।’’
सुनील ने कहा, ‘‘हमें सर्वश्रेष्ठ ओलंपियन पर रिसर्च करने को कहा गया और इसके बाद वीडियो कॉल पर टीम को इसकी जानकारी दी।’’ सुनील ने सुरक्षित और स्वस्थ ट्रेनिंग सुनिश्चित करने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) और हॉकी इंडिया को शुक्रिया किया।