नई दिल्ली। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के आयोजकों ने आगामी सत्र से ‘शील्ड विनर्स (लीग तालिका की शीर्ष टीम)’ की पुरस्कार राशि में शुक्रवार को तीन करोड़ रुपये की वृद्धि करने की घोषणा की जबकि आईएसएल चैंपियन को दी जाने वाली राशि में कटौती की गयी है। तालिका में शीर्ष पर रहने वाली टीम को दी जाने वाली ‘शील्ड विनर्स’ की शुरुआत 2019-20 सत्र में हुई थी। पिछले दो सत्र में इसके विजेता को 50 लाख रुपये दिए गए थे।
आईएसएल पुरस्कार राशि के पुनर्वितरण के हिस्से के रूप में, फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट (एफएसडीएल) ने अब लीग विजेताओं के लिए 3.5 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। फाइनल के विजेता आईएसएल चैंपियन को अब छह करोड़ रुपये (पहले आठ करोड़ रुपये) मिलेंगे, जबकि उपविजेता को तीन करोड़ रुपये (पहले चार करोड़ रुपये) मिलेंगे।
सेमीफाइनल में पहुंची अन्य दो टीमों को प्रत्येक को डेढ करोड़ रुपये मिलते रहेंगे। आईएसएल 2021-22 के लिए कुल पुरस्कार राशि पहले की तरह 15.5 करोड़ रुपये है। लीग के विजेता को एशिया की प्रतिष्ठित क्लब फुटबॉल प्रतियोगिता एएफसी चैंपियंस लीग में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा।
एफसी गोवा 2019-20 में इसके पहले सत्र का विजेता थे। मुंबई सिटी एफसी इसका वर्तमान चैम्पियन हैं, जिन्होंने 2020-21 में अपनी पहली आईएसएल ट्रॉफी जीतने के साथ-साथ ‘दोनो खिताब’ पूरा किया है। अगर शील्ड विजेता आईएसएल चैंपियनशिप जीत जाते हैं, तो उन्हें 9.5 करोड़ रुपये (3.5 करोड़ रुपये + छह करोड़ रुपये) मिलेंगे। अगर वे आईएसएल फाइनल में उपविजेता बने रहते हैं, तो शील्ड विजेता 6.5 करोड़ रुपये (3.5 करोड़ रुपये + तीन करोड़ रुपये) कमाएंगे।
आईएसएल 2021-22 की शुरुआत 19 नवंबर को पिछले सत्र की उपविजेता एटीके मोहन बागान और केरल ब्लास्टर्स एफसी के मुकाबले से शुरू होगा। यह मैच गोवा के मडगांव के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेला जाएगा।