हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के छठे सीजन में मेजबान चेन्नइयन एफसी अपने तीसरे मुकाबले में करारी हार मिली। दो बार की चैंपियन एटीके ने चेन्नइयन एफसी को 1-0 से मात दी। चेन्नइयन की तीन मैचों में यह दूसरी हार है जबकि एटीके की इतने ही मैचों में दूसरी जीत है। चेन्नई की टीम को अपने पहले मैच में एफसी गोवा के हाथों 0-3 से हार मिली थी। दूसरे मैच में उसने मुम्बई सिटी एफसी को 0-0 से बराबरी पर रोका था। मेजबान टीम इस सीजन में अब तक एक भी गोल नहीं कर सकी है।
दूसरी ओर, एटीके ने केरला ब्लास्टर्स के खिलाफ उद्घाटन मुकाबले में 1-2 की हार के साथ सीजन की शुरुआत की थी लेकिन उसके बाद उसने अपने घर में हैदराबाद एफसी को 5-0 से हराते हुए तीन अंक हासिल किए थे। अब उस मैच से हासिल तीन अंकों के साथ उसके कुल छह अंक हो गए हैं।
दो चैम्पियन टीमों के बीच के मुकाबले का पहला हाफ काफी रोमांचक रहा। हालांकि किसी की ओर से गोल नहीं हो सका लेकिन दो-दो बार आईएसएल खिताब जीत चुकीं टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा चरम पर दिखी।
इस हाफ में रेफरी और लाइंसमैन ने कुछ गलतियां कीं और अगर एसा नहीं हुआ होता तो शायद एटीके दो गोल से आगे रहा होता। एक मौके पर एटीके को पेनाल्टी नहीं मिली और दूसरे मौके पर एटीके के खिलाड़ी को आनसाइड रहते हुए भी आफसाइड करार दिया गया।
15वें मिनट में चेन्नई के नेरीजुस विल्कीस ने पोस्ट के ठीक सामने राय कृष्णा को जानबूझकर गिरा दिया था। रेफरी को यह नजर नहीं आया लेकिन रिप्ले में साफ था कि विल्कीस ने जानबूझ कर कृष्णा को पीछे से टक्कर मारी है, जबकि वह गोल करने की स्थिति में थे।
इसी तरह 38वें मिनट में एटीके के जेवियर हर्नांडेज को उस समय आफसाइड करार दिया गया, जब उन्होंने चेन्नई के डिफेंडर लुसियान गोइयान से पीछे रहते हुए गेंद को डेविड विलियम्स के पास पर कलेक्ट किया था।
बेशक पहले हाफ में चेन्नई ने अधिक मौके बनाए लेकिन मैच की पहली सफलता दूसरे हाफ में एटीके के हाथ लगी। डेविड विलियम्स ने 48वें मिनट में एक बेहतरीन गोल करते हुए अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। यह आईएसएल इतिहास का 1000वां गोल था।
प्रबीर ने एक कट-बैक पास हर्नांडेज को किया। हर्नांडेज ने शाट लिया लेकिन गोइयान ने उसे ब्लाक कर दिया। गेंद डिफलेक्ट होकर विलियम्स के पास गई और उन्होंने बिना कोई गलती किए उसे पोस्ट में डाल दिया।
बराबरी का गोल करने के लिए संघर्षरत मेजबान टीम ने 60वें और 61वें मिनट में दो बेहतरीन मौके बनाए लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया। 65वें मिनट में एटीके के माइकल सूसाइराज चोटिल हो गए। उन्हें बाहर जाना पड़ा। जयेश राणे ने उनका स्थान लिया।
चेन्नई की टीम ने 71वें मिनट में बराबरी का गोल लगभग कर दिया था लेकिन किस्मत एक बार फिर उसे दगा दे गई। इसी तरह 74वें मिनट में उसने एक बार फिर बड़ा मौका बनाया लेकिन इस बार भी किस्मत की देवी उससे रूठी रही।
इसके बाद भी चेन्नई ने कुछ अच्छे मौके बनाए लेकिन वह गोल नहीं कर सकी और हार झेलने को मजबूर हुई।