चेन्नई। इस सीजन बेहद खराब फॉर्म से जूझ रही दिल्ली डायनामोज ने शनिवार को मौजूदा विजेता चेन्नइयन एफसी को 3-1 से मात देकर आखिरकार हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में अपनी जीत का खाता खोल लिया है। दिल्ली ने दूसरे हाफ में चार मिनट के अंदर दो गोल कर बीते 11 मैचों से चले आ रहे जीत के सूखे को खत्म किया।
यह दिल्ली की 12 मैचों में पहली जीत है। उसके हिस्से चार ड्रॉ और सात हार हैं। इस जीत ने उसे अंकतालिका में सबसे निचले स्थान 10वें से नौवें स्थान पर पहुंचा दिया। इस मैच से मिले तीन अंकों के कारण दिल्ली के अब सात अंक हो गए हैं। मौजूदा विजेता चेन्नइयन नौवें से 10वें स्थान पर आ गई है। उसके 12 मैचों में एक जीत, दो ड्रॉ और नौ हार के साथ पांच अंक हैं।
चेन्नइनयन ने हालांकि पहले हाफ में आक्रामक फुटबाल खेली। मेजबान टीम के राफेल अगस्तो ने दूसरे मिनट में ही गोलपोस्ट पर हमला बोल दिया था। उनका शॉट सीधे गोलकीपर के हाथों में गया। दिल्ली भी पीछे रहने वाली नहीं थी। कार्लोस सालोम ने कुछ देर बाद एक प्रयास किया जो विफल रहा।
दिल्ली को 12वें मिनट में एक बुरी खबर मिली। मार्टी क्रेस्पी को पीला कार्ड मिला। हालांकि 16वें मिनट में डेनियल लालहिमपुइया ने गोल कर दिल्ली के टीम को खुश कर दिया। उन्होंने यह गोल नंदकुमार सेकर के पास पर किया। रेने मेहलिक ने बाएं फ्लैंक पर खड़े नंदकुमार को गेंद सौंपी। नंदकुमार ने मौका देखते हुए उसे डेनियल के पास पहुंचाया और डेनियल ने गेंद को नेट में डाल मेहमान टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
चेन्नइयन एक गोल खाने के बाद थोड़ा दबाव में आ गई थी। आगस्तो ने 30वें मिनट में बराबरी करने की कोशिश की जिसे एक बार फिर दिल्ली के गोलकीपर फ्रांसस्किो डोरोंसो ने रोक लिया। अगस्तो कई बार डोरोंसो की बाधा को पार नहीं कर पा रहे थे लेकिन 39वें मिनट में उन्हें दिल्ली के गोलकीपर को मात देने का सबसे सरल और अच्छा मौका मिला जिस पर वह कामयाब रहे।
गेंद कार्लोस के पास आई, लेकिन दिल्ली के मोहम्मद धोट ने पीछे से उन्हें गिरा दिया और रेफरी ने पेनाल्टी दी। 39वें मिनट में अगस्तो ने पेनाल्टी पर गोल कर चेन्नइयन को बराबरी पर ला दिया। मोहम्मद को पीला कार्ड भी मिला। 45वें मिनट में अगस्तो के पास दूसरा गोल करने का मौका था, लेकिन वह खाली पड़े गोल पर गेंद को अंदर नहीं डाल सके। पहले हाफ का अंत 1-1 के स्कोर के साथ हुआ।
दूसरे हाफ में दोनों टीमें अपने स्कोर को दोगुना करना चाहती थीं। इसी प्रयास में आक्रामक खेल खेलने की कोशिश कर रही थी। 57वें मिनट में चेन्नइयन के टोनडोंबा सिंह को पीला कार्ड मिला। दो मिनट बाद चेन्नइयन के कोच ने फ्रांसिस्को फर्नाडेज के स्थान पर इसाक वानमालसावमा को मैदान पर उतारा। 71वें मिनट में चेन्नइयन ने एक और बदलाव किया और कार्लोस को बाहर बुला नेल्सन ग्रेगरो की अंदर भेजा। इसी मिनट में थोई सिंह के स्थान पर चेन्नइयन ने जेजे लालपेखुउला को मैदान पर उतारा।
गोल न होता देख बदलावों का जोर चरम पर था और दिल्ली के कोच ने मेहलिक को बाहर बुला आउट ऑफ फॉर्म चल रहे स्टार खिलाड़ी आंद्रेजा कालुडेरोविक पर भरोसा जताया। इसी बीच दिल्ली ने गोल करने वाले डेनियल को बाहर बुला लिया और विनीत राय को मैदान पर उतारा। तमाम बदलावों के बाद भी दोनों टीमें न तो मौके बना पा रही थीं और न ही दूसरी टीम पर दबाव डाल पा रही थीं। गेंद बस एक खिलाड़ी से दूसरे खिलाड़ी पर घूमती नजर आ रही थी।
इसी बीच बिक्रम जीत सिंह दिल्ली को बढ़त दिलाने में किसी तरह सफल रहे। उन्होंने लालरिनजुआला चांग्ते की मदद से 78वें मिनट में गोल कर दिल्ली को 2-1 से आगे कर दिया। आंद्रेज ने चांग्ते को पास दिया। वह आगे बढ़े और चेन्नइनयन के खिलाड़ियों को छकाते हुए गेंद बिक्रमजीत तक पहुंचाने में सफल हुए। बिक्रमजीत गेंद को लेकर गोलपोस्ट की तरफ आए और चेन्नइयन के गोलकीपर करणजीत सिंह को मात दे दिल्ली को एक गोल से आगे कर दिया।
चार मिनट बाद नंदकुमार भी इस मैच का अपना पहला गोल करने में सफल रहे। 82वें मिनट में नंदकुमार द्वारा किए गए गोल से मेहमान टीम की जीत पक्की लग रही थी। दिल्ली ने अंत तक अपनी दो गोल की बढ़त को बनाए रखते हुए इस सीजन में पहली बार जीत का स्वाद चखा।