मुंबई। मुंबई सिटी एफसी ने गुरुवार को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में अपनी पहली जीत दर्ज की। मुंबई ने अपने घर मुंबई फुटबाल एरेना में खेले गए इस सीजन के पहले महाराष्ट्र डर्बी मैच में एफसी पुणे सिटी को 2-0 से हरा दिया। इस जीत के बाद मुंबई के तीन मैचों में एक हार, एक जीत और एक ड्रॉ के साथ चार अंक हो गए हैं और वह छठे स्थान पर आ गई है।
जिस तरह से पुणे ने शुरुआत की थी, उससे लगा नहीं था कि वह हारेगी। पुणे ने पहले ही मिनट में आक्रमण कर मेजबान टीम को चेतावनी दे दी। लालचुनामावई फनाई ने मुंबई की फॉरवर्ड लाइन को तोड़ा और बाईं छोर से अपने कप्तान इमिलियानो अल्फारो को गेंद सौंपी। अल्फारो ने गेंद पर हेडर लिया जो पोस्ट से बाहर चला गया। मुंबई ने भी जोर लगाया हुआ था। मैच के छठे मिनट में ही मुंबई के कप्तान पाउलो मचाडो ने गोल पोस्ट की तरफ निशाना दागा जो विफल रहा। मैच को अभी सिर्फ नौ मिनट ही हुए थे कि मैच की पहली बुकिंग हो गई। पुणे के अशिके कुरियन को रैफरी ने खराब व्यवहार के कारण येलो कार्ड दिखा दिया।
पुणे ने बेशक शुरुआत तेज की हो, लेकिन मेजबान टीम ने धीरे-धीरे अपने खेल में तेजी दिखाई और मैच का पहला गोल करते हुए पुणे को दबाव में ला दिया। मोदोयु साउगोउ ने 25वें मिनट में गोल करते हुए मुंबई को 1-0 से आगे कर दिया। यह गोल एक तरीके से मुंबई की अच्छी और पुणे की खराब किस्मत का मिलाजुला नतीजा था। राफेल बास्तोस ने बाएं छोर से गेंद को नेट में डालना चाहा जो बार से टकरा पर वापस आ गई और साउगोउ ने उसे आसानी से नेट में डाल मुंबई को एक गोल से आगे कर दिया।
तीन मिनट बाद मुंबई के पास अपनी बढ़त को दोगुना करने का मौका था, लेकिन इस बार पुणे के गोलकीपर विशाल कैथ, आर्नल्ड इस्सोको के शॉट के बीच में आ गए। पुणे दबाव से निकल पाती, इससे पहले ही मुंबई ने उसे और पीछे धकेल दिया। 45वें मिनट में मुंबई को पेनाल्टी मिली जिसे बास्तोस ने गोल में बदल कर मुंबई को 2-0 से आगे कर दिया। मुंबई को यह पेनाल्टी फनाई द्वारा साउगोउ को गिराने के बाद मिली जिसे भुनाने में बास्तोस ने कोई गलती नहीं की।
दूसरे हाफ में दो गोल की बढ़त के साथ उतरी मुंबई की कोशिश बस गेंद को अपने पास रखने की थी। वह ज्यादा आक्रामक न होकर राक्षात्मक खेल से ही खुश नजर आ रही थी। इस बीच पुणे ने अपनी टीम में एक बदलाव किया। 59वें मिनट में कोच ने निखिल पुजारी को बाहर कर गुरतेज सिंह को मैदान पर उतारा। इससे एक मिनट पहले मुंबई के कप्तान माचाडो अपनी टीम के लिए तीसरा गोल करने से चूक गए थे।