चेन्नई। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में गुरुवार को मरीना एरेना में खेले गए मैच में मेजबान चेन्नइयन एफसी को ओडिशा एफसी के साथ 2-2 से ड्रॉ खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। मेजबान टीम 2-1 से आगे चल रही थी, लेकिन तभी एंड्रिएन सांटाना ने 84वें मिनट में गोल करते हुए चेन्नइयन की उम्मीदों पर पानी फेर उसे अंक बांटने पर मजबूर कर दिया।
पहले हाफ में एक भी गोल नहीं हुआ, लेकिन दूसरे हाफ में चार गोल हुए। शुरुआत मेजबान टीम ने 51वें मिनट में की लेकिन तीन मिनट बाद ही ओडिशा ने गोल उतारकर बराबरी कर ली। जवाब में मेजबान टीम ने 71वें मिनट में गोल करते हुए 2-1 की बढ़त बना ली। ऐसा लगा कि इस बढ़त को बनाए रखते हुए वह इस सीजन में लगातार दूसरी जीत दर्ज कर लेगी, तभी ने गोल कर मेहमान टीम का हार से बचा लिया।
इस मैच से हासिल एक अंक के साथ चेन्नई की टीम कुल पांच अकों के साथ आठवें स्थान पर पहुंच गई है, जबकि ओडिशा एफसी छह मैचों से छह अंक लेकर छठे स्थान पर ही काबिज है।
बहरहाल, पहला हाफ नीरस रहा और नतीजतन गोलरहित बराबरी पर समाप्त हुआ। इस हाफ का सबसे बड़ी मौका ओडिशा एफसी के खाते इंजुरी टाइम में आया लेकिन सांटाना के बेहतरीन पास पर जेरी मावीमिंगथांगा गोल नहीं कर सके। गोलकीपर विशाल कैथ की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने गेंद लेकर आगे बढ़े जेरी को खुलकर शॉट लेने का मौका नहीं दिया और गेंद पोस्ट के करीब से निकल गई।
दूसरे हाफ की शुरुआत में दोनों टीमों ने एक-एक बदलाव किया। 49वें मिनट में चेन्नई को पहला गोल करने के मौका मिलास, लेकिन उसने उसे गंवा दिया। इसकी भरपाई हालांकि नेरीजुस वाल्सकिस ने 51वें मिनट में गोल करते हुए कर दी।
वाल्सकिस ने यह गोल थोई सिंह के पास पर किया। क्रिवेलारो ने अनिरुद्ध थापा को राइट फ्लैंक में पास दिया। थापा ने थोई सिंह को ओवरलैप पास दिया। विंगर गेंद को बॉक्स के बीच तक ले गए और वाल्सकिस को पास दिया। उस समय वाल्सकिस अनमाक्र्ड खड़े थे और उन्होंने बिना किसी गलती के गोल कर दिया।
हालांकि मेजबान टीम ज्यादा देर इस गोल का जश्न नहीं मना सकी, क्योंकि जिस्को हर्नादेज ने 54वें मिनट में गोल करते हुए स्कोर 1-1 कर दिया। जिस्को ने यह गोल जैरी के पास पर किया। इस गोल में नंदकुमार सेकर की भी अहम भूमिका रही।
बराबरी के गोल से आहत मेजबान टीम आगे निकलने के तमाम रास्ते खोज रही थी। इसी क्रम में उसे 71वें मिनट में उस समय सफलता मिली, जब कई हमलों के बाद आखिरकार उसने वाल्सकिस की मदद से अपना दूसरा गोल कर दिया। वाल्सकिस ने यह गोल स्थानापन्न ड्रागोस फिर्टूलेस्कू द्वारा लिए गए कार्नर किक पर हेडर के जरिए किया।
ऐसा लगा कि चेन्नई की टीम इस स्कोर की रक्षा करने में सफल रहेगी लेकिन तभी ओडिशा ने बराबरी का गोल करते हुए उसे चौंका दिया। सांटाना ने एक बेहतरीन गोल करते हुए अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। यह गोल काफी नाटकीय अंदाज में हुआ। इसमें मार्टिन पेरेज की भी भूमिका कही जा सकती है, क्योंकि जिस्को के सिर से टकराकर गेंद उन्हीं के पास गई थी और उन्होंने गेंद को दिशा दी थी। तब गेंद सांटाना के पास गई और उन्होंने बिना कोई गलती किए अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया।