एम्सटेलवीन: रमनदीप सिंह और चिंगलेनसना सिंह कांगुजम के दो दो गोल की मदद से भारतीय पुरूष हाकी टीम ने आस्टि्रया को 4-3 ये हराकर यूरोप दौरे का अंत जीत के साथ किया। रमनदीप ने 25वें और 32वें मिनट में गोल किये जबकि चिंगलेनसना ने 37वें और 60वें मिनट में गोल दागा। भारत ने यूरोप दौरे का अंत तीन जीत और दो हार के साथ किया।
दुनिया की चौथे नंबर की टीम नीदरलैंड को लगातार दो मैचों में हराने के बाद भारत ने आस्ट्रिया के खिलाफ धीमी शुरूआत की। गेंद पर नियंत्रण में भारत आगे रहा लेकिन सर्कल के भीतर उतने हमले नहीं बोले जा सके। आस्ट्रिया ने 14वें मिनट में बिंडेर के गोल के दम पर पहले क्वार्टर में 1-0 की बढत बना ली। भारत ने हालांकि दूसरे क्वार्टर में अपनी गलतियों में सुधार करके 25वें मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल किया। अमित रोहिदास ने गेंद रमनदीप सिंह को सौंपी जिसने गोल करने में कोई चूक नहीं की।
ब्रेक के बाद भारतीय टीम ने अधिक आक्रामक तेवर दिखाये। रमनदीप ने 32वें मिनट में शानदार गोल किया।
इस गोल से भारत को 2-1 से बढत मिल गई। भारत को गोल करने का एक और मौका मिला जब मनदीप सिंह ने पेनल्टी कार्नर दिलाया। यह मौका हालांकि बेकार गया क्योंकि गेंद क्रॉसबार से टकरा गई। मनदीप के बनाये एक और मौके पर भारत को सफलता मिली जब 37वें मिनट में उपकप्तान चिंगलेनसना ने गोल दागा। आखिरी क्वार्टर से पहले भारत के पास 3-1 की बढत थी लेकिन आस्ट्रेलिया ने 53वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर कोर्पेर के गोल के दम पर वापसी की कोशिश की। भारत को एक मिनट पहले गुरजंत सिंह ने पेनल्टी कार्न दिलाया लेकिन मनप्रीत सिंह इसे गोल में नहीं बदल सके।
आठ मिनट बाकी रहते फारवर्ड ललित उपाध्याय को गोल करने का सुनहरा मौका मिला लेकिन आस्टि्रयाई गोलकीपर ने गेंद को भीतर नहीं जाने दिया। इस बीच आस्ट्रिया ने 55वें मिनट में पैट्रिक के गोल के दम पर 3-3 से बराबरी कर ली। आखिरी कुछ मिनट काफी तनावपूर्ण रहे जब भारत ने गोल करने के लिये पूरा जोर लगा दिया। हूटर से दस सेकंड पहले चिंगलेनसना ने शानदार गोल किया जब रमनदीप ने गुरजंत के जरिये गेंद उन्हें सौंपी।