बुरिराम (थाईलैंड)| भारतीय फुटबाल टीम ने शनिवार को यहां चांग एरेना में खेले गए किंग्स कप के अपने दूसरे और आखिरी मैच में मेजबान थाईलैंड को 1-0 से मात दी। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम टूर्नामेंट में तीसरे पायदान पर रही।
मेहमान टीम के लिए अनिरुद्ध थापा ने मुकाबले का एकमात्र गोल किया। टूर्नामेंट के पहले मैच कुराकाओ के खिलाफ भारत को 1-3 से हार झेलनी पड़ी थी। भारत 1977 में भी इस टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर रहा था।
मुख्य कोच इगोर स्टीमाक के मार्गदर्शन में भारतीय टीम की यह पहली जीत है। स्टीमाक ने इस मैच से पहले दिए गए अपने बयान पर अमल करते हुए शुरुआती 11 में कुल आठ बदलाव किए और सुनील छेत्री को भी बाहर बैठाया। उनकी गैरमौजूदगी में केरला ब्लास्टर्स के डिफेंडर संदेश झिंगन ने कप्तानी की।
स्टीमाक ने अमरिंदर सिंह, आदिल खान, अनिरुद्ध थापा, विनीत राय, रेनियर फर्नांडिस, अमरजीत सिंह, बलवंत सिंह और फारूख चौधरी को मौका दिया। भारत की शुरुआत शानदार रही और उसने पहले मिनट से ही जुझारूपन दिखाते हुए थाईलैंड की मिडफील्ड एवं डिफेंस पर दबाव बनाया।
अटैकिंग अप्रोच का फायदा मेहमान टीम को 17वें मिनट में मिला। भारत ने विंग से अटैक किया और डिफेंडर आदिल खान के क्रॉस पर डिफ्लैक्शन के जरिए गोल करते हुए थापा ने अपनी टीम को बढ़त दिला दी।
एक गोल से पिछड़ने के बाद थाईलैंड की टीम ने गेंद पर अधिक नियंत्रण रखने पर भरोसा दिखाया। मेजबान टीम ने 22वें मिनट में अटैक किया और कप्तान तीरासलि डांगडा ने 18 गज के बॉक्स के अंदर से गेंद को गोल में डालने में कामयाब रहे, लेकिन रैफरी ने उसे ऑफ साइड करार दिया।
पहला हाफ समाप्त होने से पहले थाईलैंड को गोल करने के कुछ मौके मिले, लेकिन मुकाबले में शानदार प्रदर्शन कर रहे आदिल खान ने दमदार टैकल करते हुए मेजबान टीम को बराबरी नहीं करने दी।
इंजुरी टाइम में भारत के फारूख चौधरी को भी अपनी टीम की बढ़त को दोगुना करने का मौका मिला। हालांकि, वह वन ऑन वन की स्थिति में भी गोल नहीं कर पाए। दूसरा हाफ बेहद रोमांचक रहा और दोनों टीमों के बीच शुरुआत से ही कड़ी टक्कर देखने को मिली।
मैच के 55वें मिनट में मेजबान टीम के खिलाड़ी ने दाएं विंग से क्रॉस दिया और गोलकीपर अमरिंदर सिंह ने शानदार बचाव करते हुए भारत को मैच में पिछड़ने नहीं दिया। 68वें मिनट में थाईलैंड को कड़ा झटका लगा। चोटिल होने के कारण सुपहान थौंगसोंग को मैदान से बाहर जाना पड़ा। हालांकि, इससे मेजबान टीम के आक्रमण में कोई कमी नहीं आई।
दूसरे हाफ में भारतीय डिफेंस की कड़ी परीक्षा हुई और संदेश झिंगन के नेतृत्व में मेहमान टीम के डिफेंडर इस पर खरे उतरे। अतिरिक्त समय में थाईलैंड के खिलाड़ियों ने दोनों विंग से लगातार अटैक किए, लेकिन उसे गोल करने में कामयाबी नहीं मिली। थाईलैंड के खिलाफ भारत की यह लगातार दूसरी जीत है। इससे पहले साल की शुरुआत में हुए एएफसी एशियन कप में भारत ने थाईलैंड को 4-1 से रौंदा था।