भारत की ओर से 74 खिलाड़ियों ने जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया है और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को उम्मीद है कि यह आंकड़ा 158 तक पहुंच सकता है। टोक्यो ओलंपिक का आयोजन पहले साल 2020 में होना था लेकिन कोरोना महामारी के चलते खेलों के इस महाकुंभ को 1 साल तक के लिए टाल दिया गया है।
टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके इन 74 भारतीय खिलाड़ियों में नए और अनुभवी दोनों ही तरह के एथलीट शामिल हैं। इनमें कुछ नाम ऐसे भी हैं जिनसे ओलंपिक मेडल की काफी उम्मीदें हैं। तो आइए जानते हैं उन चुनिंदा खिलाड़ियों के बारे में जो टोक्यो ओलिंपक में मेडल जीतने के प्रबल दावेदार हैं।
बजरंग पुनिया (रेसलर)
भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया टोक्यों में इस साल होने वाले ओलंपिक गेम्स मेडल के सबसे बड़े दावेदार होंगे। बजरंग पिछले कुछ सालों में पूरी दुनिया में आयोजित रेसलिंग टूर्नामेंट में अपनी कुश्ती का लोहा मनवा चुके हैं। उनकी शानदार फॉर्म का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह 2018 में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके है। यही नहीं, 2018 और 2019 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने क्रमश: सिल्वर और ब्रांज मेडल अपने नाम किए थे। इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत पुनिया 65 किलोग्राम वर्ग में दुनिया के नंबर एक पहलवान बनने में सफल रहे।
विनेश फोगाट (रेसलर)
महिला पहलवान विनेश फोगाट भी बजरंग पुनिया के नक्शेकदम पर चल रही हैं और देश को उनसे भी टोक्यो ओलंपिक में मेडल लाने की उम्मीद है। 2016 रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में चोट के चलते बाहर होकर शानदार वापसी करने वाली विनेश 2018 एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। विनेश ने 2019 में हुए वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में 53 किलो की श्रेणी में ब्रांज मेडल जीता था और ओलंपिक के लिए शानदार अंदाज में क्वालिफाई किया।
एमसी मैरीकोम (बॉक्सर)
इसमें कोई शक नहीं है कि एमसी मैरीकोम भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की दिग्गज महिला मुक्केबाजों में से एक हैं और साल 2012 में लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर उन्होंने अपनी इस बादशाहत को साबित भी किया। टोक्यो ओलंपिक मैरीकोम का आखिरी ओलंपिक है और ऐसे में वह मेडल लाने के लिए अपना सबकुछ दांव पर लगाने के लिए तैयार होंगी। वैसे तो मैरीकोम वर्ल्ड चैंपियनशिप में 8 बार मेडल अपने नाम कर चुकी हैं लेकिन टोक्यो ओलंपिक में उनकी नजरें अपने मेडल के रंग को सिल्वर या गोल्ड में बदलने पर होंगी।
नीरज चोपड़ा (भाला फेंक)
भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पिछले कुछ सालों में भारतीय खेलों में एक नई सनसनी बनकर उभरे हैं। नीरज चोपड़ा ने पहली बार उस समय सुर्खियां बटोरी थी जब उन्होंने 2016 में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इसके 2 साल बाद उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतते हुए इतिहास रच दिया। नीरज चोपड़ा अगर टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने में कामयाब होते हैं, तो इसमें किसी को भी ज्यादा हैरानी नहीं होनी चाहिए।