नई दिल्ली। भारत 2022 में राष्ट्रमंडल निशानेबाजी और तीरंदाजी चैम्पियनशिप की मेजबानी करेगा। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने सोमवार को एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी। सीजीएफ ने साथ ही कहा कि इन दोनों चैम्पियनशिप में जीते गए पदक बर्मिघम में 2022 में ही खेले जाने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की पदक तालिका में शामिल किए जाएंगे। यह दोनों खेल जनवरी-2022 में चंडीगढ़ में आयोजित किए जाएंगे जबकि राष्ट्रमंडल खेल बर्मिघम में 27 जुलाई से सात अगस्त के बीच खेले जाएंगे। इन दोनों चैम्पियनशिप में जीत गए पदक हालांकि राष्ट्रमंडल खेलों के खत्म होने के एक सप्ताह बाद पदक तालिका में जोड़े जाएंगे।
सीजीएफ ने बयान में कहा, "राष्ट्रमंडल खेलों के समापन समारोह के एक सप्ताह बाद सीजीएफ पदक तालिका की घोषणा करेगा जिनमें चंडीगढ़ में 2022 में खेली गई निशानेबाजी और तीरंदाजी चैम्पियनशिप के पदक शामिल किए जाएंगे, इसके बाद अंतिम और सही रैंकिंग जारी की जाएगी।"
पिछले साल भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों से निशानेबाजी को बाहर करने के बाद खेलों का बहिष्कार करने की घोषणा की थी और फैसला किया था कि वह निशानेबाजी चैम्पियनशिप की मेजबानी का प्रस्ताव रखेगी जिसमें जीते गए पदकों को राष्ट्रमंडल खेलों की पदक तालिका में जोड़ा जाएगा।
पिछले साल नवंबर में सीजीएफ अध्यक्ष लुइसे मार्टिन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड ग्रेवेमबर्ग ने भारत का दौरा किया था और इसके बाद भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने अपनी बहिष्कार करने की धमकी वापस ले ली थी। तभी भारत ने 2022 में राष्ट्रमंडल निशानेबाजी और तीरंदाजी चैम्पियनशिप आयोजित करने का इस शर्त के साथ प्रस्ताव रखा था कि इन दोनों चैम्पियनशिप में जीते गए पदकों की संख्या को राष्ट्रमंडल खेलों-2022 की पदक तालिका में जोड़ा जाएगा।
सरकार ने भी सैद्धांतिक रूप से आईओए के राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।
इस मंजूरी के बाद मार्टिन ने कहा है कि वह इस बात से खुश है कि सीजीएफ ने भारत के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है।
उन्होंने कहा, "राष्ट्रमंडल तीरंदाजी और निशानेबाजी चैम्पियनशिप खिलाड़ियों को एक बेहतरीन मौका देगी जहां वो राष्ट्रमंडल खेल में अपनी प्रतिभा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकेंगे। सीजीएफ इसके लिए सीजीआई, भारतीय राष्ट्रीय राइफल्स संघ (एनआरएआई) और भारतीय सरकार के अलावा पूरे खेल जगत का इसके लिए शुक्रिया अदा करती है जिन्होंने एक नए तरह के प्रस्ताव का प्रयास किया।"