ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके मुक्केबाज विकास कृष्ण ने सोमवार को भारत और पाकिस्तान के बीच खेल रिश्तों की बहाली की पैरवी की। विकास के मुताबिक दोनों देशों के बीच मुक्केबाजी टूर्नामेंट अच्छा आइडिया हो सकता है।
टोक्यो ओलंपिक के लिए कर्नाटक के बेल्लारी में अभ्यास कर रहे विकास ने कहा कि बीते साल साउथ एशियन गेम्स के दौरान वह कई पाकिस्तानी मुक्केबाजों से मिले थे और वे भी दोनों देशों के बीच खेल रिश्तों की बहाली के पैरोकार हैं।
विकास ने आईएएनएस से कहा, "खेल से देशों के बीच दोस्ती बढ़ती है। लोगों की बेहतरी के लिए भारत और पाकिस्तान को एक हो जाना चाहिए। हां, मैं यह भी कहना चाहूंगा कि पाकिस्तान को आतंकवादियों को मदद करना बंद कर देना चाहिए और हमसे अच्छा पड़ोसी बनने का वादा करना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो उसके साथ खेलने मे कोई परेशानी नहीं है।"
2018 राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता विकास ने आगे कहा, "दोनों देशों के बीच मुक्केबाजी टूर्नामेंट से इस मुहिम की शुरुआत की जा सकती है। हमें एक होकर रहने की जरूरत है क्योंकि किसी भी देश का सैनिक मरता है तो परिवार प्रभावित होते हैं।"
विकास ने इस साल मार्च में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। वह 75 किग्रा वर्ग से 69 किग्रा वर्ग में आकर मुकाबला करेंगे।
28 साल के विकास को कोविड-19 से जुड़े दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के कारण जुलाई में पटियाला में जारी नेशनल कैम्प से चले जाने को कहा गया था।
साई ने इस मामले को लेकर आंतरिक जांच कराई थी, जिसमें विकास की इस गलती को असावधानी का नतीजा बताया गया था। विकास को माफ कर दिया गया था।
इसे लेकर विकास ने कहा, "जो हुआ, वह इतिहास है। अब मैं ओलंपिक में स्वर्ण जीतने पर ध्यान लगाए हुए हूं। मेरा अभ्यास अच्छा चल रहा है और मुझे यकीन है कि टोक्यो में मेरा प्रदर्शन अच्छा रहेगा।"