नई दिल्ली। भारत की 2017 की अंडर-17 विश्व कप टीम के कप्तान अमरजीत सिंह का मानना है कि आईलीग फुटबॉल टूर्नामेंट में खेलने से उन्हें और फीफा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले उनके साथियों को परिपक्व और बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद मिली। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) टीवी की लाइव चैट में अमरजीत ने आईलीग को अपने करियर में ‘शानदार सीढ़ी’ करार दिया।
अमरजीत ने कहा, ‘‘विश्व कप के बाद हमें एक टीम के तौर पर आगे सुधार करने के लिये आईलीग के रूप में एक सीढ़ी उपलब्ध करायी गयी। आईलीग में दो साल तक खेलने के बाद मैंने महसूस किया कि उसमें खेलने के अनुभव ने मुझे एक फुटबॉलर के तौर पर सुधार करने में बहुत मदद की। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप में खेलने के बाद हमें पता चला कि हम उस साल आईलीग में भाग लेंगे। यह हमारे लिये बड़ी उपलब्धि थी। पहले हम थोड़ा डरे हुए थे क्योंकि उसमें मोहन बागान, ईस्ट बंगाल, नेरोका जैसी टीमें खेल रही थी। इन सभी के पास अच्छे विदेशी खिलाड़ी थे।’’ इस 19 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘आईलीग में खेलने के उस मौके ने मेरे लिये इंडियन सुपर लीग और फिर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। ’’