बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) ने अनुशासनात्मक मुद्दों के कारण लगातार दूसरे साल भारतीय शटलर एच एस प्रणय का नाम अर्जुन पुरस्कार के लिए नजरअंदाज कर दिया। लेकिन अब मुख्य राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने एच एस प्रणय के नाम की अर्जुन पुरस्कार के लिए सिफारिश की है।
BAI ने 2 जून को अर्जुन अवार्ड के लिए सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी, चिराग शेट्टी और समीर वर्मा के नाम की सिफारिश की थी लेकिन प्रणय को नजरअंदाज कर दिया था, जिसने शटलर को ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
इसकी जानकारी रखने वाले एक करीबी सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘बीएआई के उसका नाम नहीं भेजने का फैसला करने के बाद गोपीचंद ने तीन जून को अर्जुन पुरस्कार के लिये प्रणय के नाम की सिफारिश की। उन्होंने ऐसा किया क्योंकि वह खेल रत्न प्राप्त कर चुके हैं, उन्होंने भारत के मुख्य कोच के तौर पर ऐसा नहीं किया। वह अनुशासनात्मक मुद्दों के बारे में नहीं जानते थे।’’
प्रणय ने अर्जुन अवार्ड के लिये नाम नहीं भेजे जाने पर ट्वीट किया था,‘‘वही पुरानी कहानी। राष्ट्रमंडल और एशियाई चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले का नाम नहीं भेजा गया। वहीं जो इन बड़े टूर्नामेंटों में खेला नहीं, उसका नाम भेज दिया गया। वाह। यह देश एक मजाक है।’’
गोपीचंद ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, जबकि प्रणय ने बार-बार फोन करने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया। इससे पहले शुक्रवार को BAI ने प्रणय को कारण बताओ नोटिस दिया था जिसमें उन्हें 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया।
इससे पहले प्रणय के बारे में महासंघ ने कहा,‘‘प्रणय के साथ अनुशासनात्मक मसले पहले भी रहे हैं। अभी तक महासंघ ने सब बर्दाश्त किया लेकिन पिछली हरकत के बाद कार्रवाई जरूरी हो गई थी। उसे कारण बताओ पत्र दिया गया है। जवाब नहीं देने पर हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।’’