पेरिस। पिछले साल फ्रेंच ओपन में मैच फिक्सिंग के संदेह में गिरफ्तार की गई रूसी टेनिस खिलाड़ी को पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया गया है। याना सिजिकोवा को गुरूवार को पेरिस में फ्रेंच ओपन युगल मैच खेलने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि उनसे पूछताछ की गई लेकिन कोई आरोप नहीं लगाये गए थे। वह हालांकि जांच के दायरे में है।
सिजिकोवा ने आरोपों का खंडन किया और उनके वकील ने बताया कि वह मानहानि का दावा ठोंकने की सोच रही हैं। अभियोजन पक्ष ने कहा कि सिजिकोवा को रिश्वत देने और सुनियोजित धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था जो 2020 में हुए थे।
उल्लेखनीय है, अभियोजक के कार्यालय ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि एक अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी हिरासत में थी लेकिन उसके नाम का खुलासा नहीं किया। कार्यालय के अनुसार खिलाड़ी को गुरूवार को रात को गिरफ्तार किया गया। उसे सितंबर 2020 में ‘खेल में रिश्वत लेने और संगठित धोखाधड़ी’ करने के आरोपों में गिरफ्त में लिया गया।
फ्रांस पुलिस की सट्टेबाजी धोखाधड़ी और मैच फिक्सिंग में विशेषज्ञता इकाई ने पिछले साल अक्टूबर में जांच शुरू की थी। यह इकाई पहले बेल्जियम अधिकारियों के साथ भी पेशेवर टेनिस के निचले स्तर के संदिग्ध फिक्स मैचों की जांच में काम कर चुकी है।
कार्यालय ने कहा कि यह जांच रोलां गैरां में पिछले साल एक मैच में संदेह पर केंद्रित है। हालांकि उसने इस मैच की जानकारी नहीं दी। लेकिन जर्मनी के अखबार ‘डाई वेल्ट’ और फ्रांस के खेल दैनिक अखबार ‘ला इक्विपे’ ने कहा कि 30 सितंबर को महिला युगल के पहले दौर के मैच में सट्टेबाजी पैटर्न का संदेह हुआ था। उस दिन सिजिकोवा और उनकी जोड़ीदार अमेरिका की मैडिसन ब्रेंगले रोमानिया की एंड्रिया मीटू और पैट्रिसिया मारिया टिग के खिलाफ कोर्ट पर थीं। कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले साल फ्रेंच ओपन में देरी हुई थी जिससे यह सितंबर और अक्टूबर के शुरू में खेला गया था।