फ्रांस टेनिस फेडरेशन (एफएफटी) के प्रमुख बर्नार्ड गुइडिसेली ने रविवार को माना कि स्थगित हो चुके फ्रेंच ओपन का आयोजन खाली स्टेडियम में किया जा सकता है। कोरोना वायरस महामारी के कारण फ्रेंच ओपन को चार महीने के लिए टाला गया है। गुइडिसेली ने कहा कि उन्होंने अपने सभी विकल्प खुले रखे हैं।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि एफएफटी को क्ले कोर्ट पर 24 मई से सात जून तक होने वाले इस ग्रैंडस्लैम को एकतरफा फैसला करते हुए 20 सितंबर से चार अक्टूबर तक स्थगित करने का कोई खेद नहीं है।
गुइडिसेली ने ‘जर्नल डि डिमांशे’ से कहा, ‘‘हमने किसी विकल्प को खारिज नहीं किया है। टूर्नामेंट स्टेडियम में होगा और टीवी स्क्रीन पर देखा जाएगा।’’
यह भी पढ़ें- राफेल नडाल ने कहा, सुरक्षा को ध्यान में रखकर सभी खिलाड़ियों को लेना पड़ सकता है वायरस का टीका
उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया भर में करोड़ों लोग इंतजार कर रहे हैं। खाली स्टेडियम में इसके आयोजन से व्यावसायिक मॉडल का एक हिस्सा- टीवी अधिकार (टूर्नामेंट के राजस्व के एक-तिहाई हिस्से से अधिक)- चलता रहेगा। इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।’’
कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में लगभग सभी टेनिस टूर्नामेंट मार्च के मध्य से ठप्प पड़े हैं और 13 जुलाई से पहले दोबारा शुरू नहीं होंगे।
यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस महामारी के कारण ऑस्ट्रेलियन ओपन के आयोजक हैं निराश, रद्द हो सकता है यह टूर्नामेंट
इससे पहले फेडरेशन ने यह एलान भी किया था कि फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के सभी टिकटधारकों को रिफंड दिया जाएगा। फेडरेशन ने टिकटधारकों को भेजे गये संदेश में कहा, ‘‘कोविड-19 से जुड़ी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति में दुनिया भर में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘ हमने फ्रेंच ओपन को सितंबर के आखिर तक स्थगित कर रखा है और अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए हम फ्रांसीसी सरकार के साथ मिलकर उचित उपाय कर रहे हैं जिससे सभी मौजूद लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित हो सके। ’’
फेडरेशन ने कहा, ‘‘फ्रांसीसी टेनिस महासंघ ने सभी टिकटों को रद्द करने और जिन्होंने टिकट खरीद लिये हैं उनकी धनराशि लौटाने का फैसला किया है। ’’
रोलां गैरां पर यह टूर्नामेंट 24 मई से सात जून के बीच खेला जाना था लेकिन इसे 27 सितंबर से 11 अक्टूबर तक स्थगित कर दिया गया है।