नई दिल्ली| फुटबॉल के लिये डिएगो माराडोना का जुनून और प्यार किसी से छिपा नहीं है और भारत के महान फुटबॉलर आई एम विजयन ने तो इसे करीब से देखा जब अर्जेंटीना के इस दिग्गज ने फुटबॉल के आकार का केक काटने से इनकार कर दिया था।
कुछ साल पहले केरल में एक निजी कार्यक्रम के दौरान भारत के पूर्व कप्तान विजयन को माराडोना के साथ समय बिताने का मौका मिला था। उन्होंने पीटीआई से कहा ,‘‘कन्नूर में 2012 में मैने देखा कि माराडोना के लिये फुटबॉल के क्या मायने हैं। समारोह में मैदान के आकार का एक केक बनाया गया था जिसमें सबसे ऊपर फुटबॉल रखी थी। माराडोना ने जब इसे देखा तो उन्होंने केक काटने से इनकार कर दिया।’’
विजयन ने कहा कि उस घटना से उन्हें पता चला कि फुटबॉल और मैदान की माराडोना के लिये क्या अहमियत है। उन्होंने कहा,‘‘ उन्होंने केक का बाहरी हिस्सा ही काटा। मैं कह सकता हूं कि स्टेज पर उनके साथ दो मिनट फुटबॉल खेलना मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से है।’’
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विजयन ने कहा कि माराडोना का बेलागपन और बच्चों की तरह उत्साह उनके जीवन की कई समस्याओं का कारण रहा। उन्होंने कहा,‘‘ वह दिल से बच्चे ही थे और अपने बेलागपन के कारण समस्याओं से घिर जाते थे। वह साफ-साफ कहने में विश्वास रखते थे।’’
विजयन ने कहा,‘‘ वह भले ही हमारे बीच नहीं हो लेकिन फुटबॉलरों के दिलों में वह हमेशा रहेंगे। मेरे लिये वह भगवान हैं और भगवान कभी मरते नहीं।’’