लंदन| इंग्लैंड के फुटबॉल क्लब लिवरपूल के पूर्व गोलकीपर पेपे रैना ने कहा है कि कोरोनोवायरस के लक्षण जब उन्हें हुए तो 25 मिनट तक अच्छे से सांस नहीं ले पा रहे थे। स्काई स्पोर्ट की रिपोर्ट में रैना के हवाले से लिखा है, "सबसे मुश्किल समय वो था जब मैं सांस तक नहीं ले सकता था। 25 मिनट तक मुझे ठीक से ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी। वो मेरे जीवन के सबसे मुश्किल समय में से था।"
पिछले महीने बीमार होने के बाद रैना ने अपने आप को अलग-थलग कर लिया था। उन्होंने कहा, "वायरस के पहले लक्षण के बाद से मैं काफी थका हुआ महसूस कर रहा था। बुखार, सूखी खांसी और सिरदर्द ने मुझे नहीं छोड़ा। थकान का अहसास हमेशा से साथ था।"
उन्होंने कहा, "असल डर तो तब लगा जब मुझे महसूस हुआ कि ऑक्सीजन नहीं है। वो डर का अंतहीन समय था। अचानक से मेरा गला रुक गया था।"
उन्होंने कहा, "इसी कारण मैंने अपने पहले छह-आठ दिन घर में ही बिताए। मैं अब कोरोनावायरस से लड़ाई जीत रहा हूं।"