नई दिल्ली: भारतीय फुटबॉल टीम के करिश्माई कप्तान सुनील छेत्री विश्व भर में वर्तमान सक्रिय खिलाड़ियों में सर्वाधिक अंतर्राष्ट्रीय गोल करने वालों में चौथे स्थान पर काबिज हो गए हैं। छेत्री ने बेंगलुरु में 13 जून को खेले गए 2019 एशिया कप क्वॉलिफायर मैच में भारत की किर्गीस्तान पर 1-0 से जीत के दौरान अपना 54वां अंतरराष्टीय गोल किया था। इससे उन्होंने इंग्लैंड के स्टाइकर वेन रूनी (119 मैचों में 53 गोल) को पीछे छोड़ा। छेत्री ने अब तक 94 मैच खेले हैं।
3 अगस्त को 33 साल के होने वाले छेत्री अभी पुर्तगाल के सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो (139 मैचों 73 गोल), अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी (118 मैचों में 58 गोल) और अमेरिका के क्लाइंट डेम्पसे (134 मैचों में 56 गोल) से पीछे हैं। छेत्री का स्टाइक रेट रोनाल्डो, मेसी, डेम्पसे और रूनी से बेहतर है। उनका प्रति मैच गोल दर 0.57 है जबकि रोनाल्डो का 0.525, मेसी का 0.42 और रूनी का 0.45 है। केवल ब्राजील सुपरस्टार नेमार जूनियर (0.68), मालदीव के अली अशफाक (0.68) और बोस्निया के एडिन जेको (0.63) का स्ट्राइक रेट ही छेत्री से बेहतर है।
अंतर्राष्टीय स्तर पर सर्वकालिक गोल स्कोररों में छेत्री टॉप 30 में शामिल हैं और जब वे संन्यास लेंगे तक उनके टॉप 20 में शामिल होने की पूरी संभावना है। उनके अभी 2 साल तक टीम में बने रहने की संभावना है। उन्होंने भारत के क्वॉलिफाई करने की दशा में संयुक्त अरब अमीरात में 2019 में होने वाले एशियाई कप में खेलने की इच्छा व्यक्त की है। छेत्री इसके अलावा 100 अंतरराष्टीय मैच खेलने की उपलब्धि हासिल करने से 6 मैच दूर हैं। इससे वह पूर्व भारतीय कप्तान बाईचुंग भूटिया (109 मैच) के बाद यह मुकाम हासिल करने वाले दूसरे खिलाड़ी बन जाएंगे।
छेत्री ने 2013 में भूटिया के भारत की तरफ से सर्वाधिक अंतर्राष्टीय गोल करने के भारतीय रिकॉर्ड (43 गोल) तोड़ा था।