नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने एक बार फिर से एशियाई स्तर पर ताकतवर टीम बनाने के लिए जमीनी स्तर पर खेल के विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। भूटिया ने कहा कि टीम को मजबूत करने के दीर्घकालिक लक्ष्य के तहत जमीनी स्तर पर ध्यान केंद्रित कर भारतीय फुटबॉल को एशियाई और विश्व स्तर पर मजबूत बनाया जा सकता है।
भूटिया ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के साथ इंस्टाग्राम सत्र में कहा, ‘‘ हमें अच्छी गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों की जरूरत हैं। ऐसा कहने का मेरा मतलब यह नहीं है कि हमारे पास अभी अच्छे खिलाड़ी नहीं हैं। लेकिन एशिया और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए हमें जमीनी स्तर से बड़े खिलाड़ियों को तैयार करने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि इस दिशा में पुरूष अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी एक सही कदम था।
उन्होंने कहा, ‘‘अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी करना हमारे लिए एक शुरुआत थी। हमारे आयु वर्ग के खिलाड़ियों के लिए प्रतियोगिताओं में भाग लेना, प्रशिक्षण की अच्छी सुविधाएं और कोच होना जरूरी है।’’
पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘ ये ऐसी चीजें हैं जो लंबे समय में मदद करेगी। हमें अभी भी राष्ट्रीय टीम को आगे बढ़ाने के लिए जमीनी स्तर को मजबूत करना होगा। हमें अंडर-17 और अंडर-15 एशिया कप के लिए नियमित रूप से क्वालीफाई करना चाहिए।’’
भारत की मेजबानी में अगले साल फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप का आयोजन होगा। भूटिया को लगता है कि इससे नयी प्रतिभाएं सामने आयेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘अंडर -17 विश्व कप की मेजबानी सरकार और एआईएफएफ द्वारा उठाया गया शानदार कदम है। हमारे लिए अंडर-17, 19, 21 टूर्नामेंटों की मेजबानी जरूरी है क्योंकि इससे हम जमीनी स्तर पर अधिक ध्यान दे सकते हैं।’’ भूटिया का मानना है कि जूनियर स्तर पर महिलाओं की टीम पुरूषों की तुलना में बेहतर है।