कोलकाता। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने गुरुवार को कहा कि उनकी टीम फिटनेस के मामले में यूरोपीय टीमों से कम नहीं है और वह तोक्यो ओलंपिक खेलों में किसी भी सर्वश्रेष्ठ टीम को कड़ी चुनौती देने के लिये तैयार है। भारतीय महिला टीम ने 36 वर्षों बाद रियो ओलंपिक में हिस्सा लिया था लेकिन वह ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पायी थी। उसने चार मैच गंवाये और जापान से ड्रा खेला था लेकिन रानी ने कहा कि इस बार टीम पहले से काफी बेहतर है।
रानी ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कोई भी टीम रातों रात चैंपियन नहीं बनती। इसके लिये कहीं न कहीं से शुरुआत करनी होती है। हम भी इस प्रक्रिया का हिस्सा हैं। कोचिंग और स्टाफ इस दिशा में काम कर रहा है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले लोगों को लगता था कि हमारा यूरोपीय टीमों से कोई मुकाबला नहीं है। यदि आप पिछले चार पांच वर्षों में हमारी टीम पर गौर करो तो फिटनेस के लिहाज से हमारी टीम किसी भी अन्य टीम से कम नहीं है।’’
भारतीय टीम को पूल ए में रखा गया है। वह अपने अभियान की शुरुआत 24 जुलाई को विश्व की नंबर एक टीम नीदरलैंड के खिलाफ करेगी। इसके बाद उसका सामना जर्मनी (रैंकिंग तीन), ग्रेट ब्रिटेन (रैंकिंग पांच) और आयरलैंड (रैंकिंग नौ) से होगा। भारत की रैंकिंग 10 है। इस पूल में दक्षिण अफ्रीका (रैकिंग 16) ही एकमात्र ऐसी टीम है जिसकी रैंकिंग भारत से कम है। रानी ने कहा, ‘‘हर कोई उत्साहित है। हम इसके लिये वर्षों से प्रयास कर रहे थे। हमारे पास युवा और अनुभव का अच्छा मिश्रण है। हमारे प्रशिक्षकों ने टीम में अच्छी खिलाड़ियों को रखा है। हमारे पास तीनों विभागों में संतुलित टीम है।’’
भारतीय कप्तान ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण खेलों के एक साल के लिये स्थगित होने से मानसिक और शारीरिक तौर पर तैयार होना आसान नहीं था। इस दौरान कप्तान सहित छह खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ के दो सदस्य संक्रमित भी हुए। रानी ने कहा, ‘‘एक खिलाड़ी के लिये यह आसान नहीं होता कि वह खुद को शारीरिक और मानसिक तौर पर एक अतिरिक्त साल के लिये तैयार करे। कोविड काल में यह सबसे बड़ी मानसिक चुनौती थी।’’
रानी 16 सदस्यीय टीम की अगुवाई करेगी जिसकी आठ सदस्य रियो ओलंपिक खेलों में भाग ले चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम लगातार दूसरे ओलंपिक खेलों में खेलने को लेकर उत्साहित हैं और हम अच्छा प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त हैं। ’’