सोचि: फीफा विश्व कप के ग्रुप बी के एक रोमांचक मुकाबले में आज स्पेन का सामना मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन पुर्तगाल से होगा। कोच से जुड़े विवादों के बीच स्पेन की टीम स्टार फॉरवर्ड क्रिस्टियानो रोनाल्डो की कप्तानी वाली पुर्तगाल को हराकर टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत करना चाहेगी।
फीफा विश्व कप शुरू होने से एक दिन स्पेन ने अपने मुख्य कोच जुलेन लोपतेगुई को बर्खास्त कर दिया और उनकी जगह टीम के खेल निदेशक फर्नाडो हिएरो को मुख्य कोच का पद सौंपा। स्पेन को खिताब जीतने को प्रबल दोवेदार माना जा रहा था लेकिन कोच को लेकर उठे विवाद के बाद प्रशंसकों के मन में संशय पैदा हो गया है। हालांकि, टीम के कप्तान सर्गियो रामोस ने प्रशंसकों से कहा कि उनकी इस टूर्नामेंट में एकजुट होकर खेलेगी।
रामोस ने ट्वीट किया, "हम स्पेन हैं, हम अपने बैज, अपने रंग, अपने समर्थकों और अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारी प्रतिबद्धता और जिम्मेदारी कल, आज और कल आपके लिए है। हम एक साथ हैं।"
विवादों के बावजूद कोई भी टीम दक्षिण अफ्रीका में हुए 2010 फीफा विश्व कप की विजेता को कमतर नहीं आंकना चाहेगा। स्पेन की टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन मिश्रण है। स्पेन के पास हर पोजीशन पर खेलने के विश्वस्तरीय खिलाड़ी मौजूद हैं और टीम अभी भी गेंद पर नियंत्रण बनाकर खेलना पसंद करती है।
स्पेन के पस गोलपोस्ट में डेविड डि गिया है, तो वहीं डिफेंस में जेरार्ड पीके, सर्गियो रामोस, सेजार अजपिलिकुएटा जैस दमदार खिलाड़ी। मिडफील्ड में आंद्रेस इनिएस्ता, सर्गियो बुस्क्वेट्स और डेविड सिल्वा का अनुभव टीम के लिए संजीवनी बूटी का काम करेगा।
फॉरवर्ड लाइन की जिम्मेदारी मार्को असेंसियो, डिएगो कोस्टा और लुकस वाजक्वेज के कंधों पर होगा। दूसरी ओर, 2016 में पहली बार यूरोपीय चैम्पियंशिप का खिताब अपने नाम करने वाली पुर्तगाल अपने कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दम पर स्पेन को हराकर सबको चौंकाना चाहेगी। 33 साल रोनाल्डो का यह आखिरी विश्व कप भी हो सकता है, ऐसे में वह इस ट्रॉफी को जीतकर फुटबॉल के इतिहास में हमेशा के लिए अमर होना चाहेंगे।
कोच फर्नान्डो सांतोस के मार्गदर्शन में पुर्तगाल का हालिया प्रदर्शन भी शानदार रहा है और टीम रोनाल्डो में अलावा अन्य खिलाडियों का प्रदर्शन भी बेहतर हुआ है। सांतोस के मार्गदर्शन में पुर्तगाल ने 24 में से कुल 20 मैच जीते हैं जबकि केवल एक में उसे हार का सामना करना पड़ा है।
पुर्तगाल की मिडफील्ड एवं फॉरवर्ड लाइन दमदार है लेकिन डिफेंस में टीम पेपे और जोसे फोंते की फिटनेस टीम के लिए चिंता का विषय हो सकती है। रोनाल्डो के अलावा प्रशंसकों की नजरें बर्नाडो सिल्वा, रिकाडरे क्वारेसमा और आंद्रे सिल्वा जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों पर होगी।
स्पेन:
गोलकीपर: डेविड डि गिया, पेपे रियना, केपा अरीर्जाब्लागा।
डिफेंडर: जॉर्डी आल्बा, नाचो मोनरियल, अल्वारो ऑडरियोजोला, नाचो फनार्डीज, दानी कार्वाह्लो, जेरार्ड पीके, सर्गियो रामोस, सेजार अजपिलिकुएटा।
मिडफील्डर: सर्गियो बुस्क्वेट्स, इस्को, थियागो अल्कांत्रा, डेविड सिल्वा, आंद्रेस इनिएस्ता, साउल निगुएज, कोके।
फॉरवर्ड: मार्को असेंसियो, इयागो, डिएगो कोस्टा, रोर्डिगो मोरेनो, लुकस वाजक्वेज।
पुर्तगाल:
गोलकीपर: एंथोनी लोपेस, बेटो और रुई पैट्रीसियो।
डिफेंडर: ब्रूनो आल्वेस, सेड्रिक सोआरेस, जोसे फोंते, मारियो रुई, पेपे, राफेल गरेरो, रिकाडरे परेरा, रुबेन दियास।
मिडफील्डर: आंद्रेस सिल्वा, ब्रूनो फनार्डेस, जाओ मारियो, जाओ मोटिन्हो, मैनुअल फनार्डेस, विलियम कार्वाल्हो।
फारवर्ड: आंद्रे सिल्वा, बनार्डो सिल्वा, जेल्सन मार्टिन्स, गोनकालो गुएडेस, रिकाडरे क्वारेसमा, क्रिस्टियानो रोनाल्डो।