नई दिल्ली : अर्जेंटीना के विश्व प्रसिद्ध दिग्गज फुटबॅाल खिलाड़ी लियोनल आंद्रेस मेस्सी के जीवन में स्पेन के बार्सिलोना फुटबॅाल क्लब का क्या महत्व है, आज हम आपको बताएंगे । साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे कि मेस्सी के जीवन में अगर बार्सिलोना क्लब का सहयोग नहीं मिलता तो आज मेस्सी विश्व के इतने बड़े दिग्गज फुटबॅालर नहीं बन पाते ।
मेस्सी और बीमारी
विश्व प्रसिद्ध फुटबॅाल खिलाड़ी लियोनेल आंद्रेस मेस्सी का सम्पूर्ण जीवन संघर्षों से भरा हुआ है। मात्र 11 साल की उम्र में ही मेस्सी ग्रोथ हार्मोन की कमी नामक बीमारी से ग्रसित हो गए थे । इस बीमारी के वजह से समस्त शरीर का विकास थम जाता है, लेकिन बार्सिलोना क्लब के सहयोग ने न केवल मेस्सी के बीमारी को रोका बल्कि मेस्सी को फुटबॅाल के एक विश्व प्रसिद्ध खिलाड़ी के रूप में दुनिया के सामने पेश भी किया ।
अर्जेंटीना से स्पेन
मेस्सी का जन्म 24 जून 1987 में अर्जेंटीना के रोसारिया शहर में हुआ। मात्र चार साल की उम्र में ही मेस्सी ने फुटबॅाल खेलना शुरू कर दिया था। इनके पिता एक स्टीव कंपनी में मैनेजर पद पर थे, लेकिन मेस्सी 11 साल की उम्र में ग्रोथ हार्मोन की कमी नामक बीमारी से ग्रसित हो गए। इलाज का खर्च इतना ज्यादा था कि मेस्सी के माता-पिता वहन करने में असमर्थ थे। इसी बीच, स्पेन में रह रहे मेस्सी के रिश्तेदारों ने उन्हें बार्सिलोना फुटबॅाल क्लब मे जाने की सलाह दी। क्लब में जाने के लिए सभी प्रक्रियाओं को पुरा करने के बाद और मेस्सी के फुटबॅाल के प्रति लगन को देखते हुए क्लब के डायरेक्टर कर्टली ने अनुबंध पर साइन करा लिया । इसके बाद मेस्सी की बीमारी का पूरा खर्च क्लब ने वहन किया ।
रिकार्ड सारणी
- 5 बार यूरोपियन गोल्ड शू सर्वाधिक पुरस्कार मेस्सी के नाम
- 5 बार बेलांन डिआर अवार्ड सर्वाधिक मेस्सी के खाते में
- 32 ट्रॅाफी मेस्सी ने अपने बार्सिलोना क्लब के लिए जीते
- 61 देशों के लिए मेस्सी ने दागे कुल 383 गोल
वर्ल्ड कप का मलाल
मेस्सी के नाम बहुत सारे रिकार्ड दर्ज है लेकिन आज तक अपने देश एवं अपनी टीम के लिए वर्ल्ड कप नहीं जीत पाने का उन्हें मलाल है। हम आपको बता दे कि मेस्सी ने अर्जेंटीना के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय मैच अगस्त 2005 में खेला था । मेस्सी के नेतृत्व में अर्जेंटीना की फुटबॅाल टीम फीफा वर्ल्ड कप 2014 के फाइनल में पहुंच चुकी थी, लेकिन जर्मनी के सामने इनकी टीम कमजोर हो गई और अंत में इन्हें हार का मुंह देखना पड़ा ।