पिछले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी तरह जीत हासिल करने वाली फ्रांस को फीफा विश्व कप के अपने अगले मैच में पेरू से भिड़ना है। दोनों टीमें ग्रुप-सी के अपने दूसरे मुकाबले में एकातेरिनबर्ग स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। फ्रांस की कोशिश लगतार दूसरी जीत हासिल करते हुए अंतिम-16 में जाने की अपनी संभावनाओं को प्रबल करने की होगी। वहीं पेरू को अगर अगले दौर में जाने की रेस में बने रहना है तो उसे इस मैच में हर हाल में जीत चाहिए होगी। फ्रांस ने अपने पिछले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से मात दी थी। वहीं पेरू को डेनमार्क के हाथों 0-1 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
इस मैच में हार पेरू को बड़ा झटका दे सकती है। वहीं हार से फ्रांस को मुश्किल तो होगी लेकिन वह फिर भी अगले दौर की रेस में बना रहेगा। फ्रांस को इस मैच में जीत हासिल करनी है तो उसे अपने खेल में सुधार करना होगा। पिछले मैच में उसकी आक्रमण पंक्ति को ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस ने बांधे रखा था। टीम के दिग्गज खिलाड़ी एंटोनी ग्रीजमैन, उमतिति, पॉल पोग्बा अपनी ख्याति के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। ग्रीजमैन मंगलवार को चोट के कारण बीच में ही अभ्यास मैच छोड़कर चले गए थे। वो हालांकि कुछ देर बाद लौट आए थे। इस चोट का असर मैच पर पड़ता या नहीं यह मैच के दिन ही पता चलेगा।
पोग्बा ने हालांकि 81वें मिनट में गोल दाग कर अपनी टीम को बेहद अहम जीत दिलाते हुए उसकी साख बचाई थी। इस मैच में फ्रांस को पिछली गलितयों से सीखते हुए बेहतरीन खेल दिखाना होगा और पेरू को हल्के में लेने की गलती नहीं करनी होगी। फ्रांस के डिफेंस को भी इस मैच में मजबूत रहना होगा क्योंकि पेरू ने पिछले मैच में डेनमार्क के खिलाफ लगातार उसके घेरे में सेंध लगाई थी, हालांकि वह अपने मौकों को अंजाम तक पहुंचा पाने में असफल रही थी और इसलिए डेनमार्क ने उसे हरा दिया था।
पेरू को उस मैच में पेनाल्टी के जरिए गोल करने का बेहतरीन अवसर मिला था, लेकिन क्रिस्टियन क्वेवा इस मौके पर चूक गए थे। उन्हें अपने इस प्रदर्शन से बाहर निकल कर फ्रांस जैसी मजबूत टीम के खिलाफ नई शुरूआत करनी होगी। पेरू इस मैच में मौके नहीं गंवाने होंगे क्योंकि फ्रांस का डिफेंस उसे ज्यादा मौके बनाने नहीं देगा। ऐसे में पेरू की आक्रमण पंक्ति को सतर्क रहकर खेलना होगा।
टीमें:
पेरू:
गोलकीपर: पेद्रो गालेसे, कार्लोस सासेडा और जोस कावार्लो।
डिफेंडर: एल्डो कोजरे, लुइस एडविनाकुला, मिगुएल अराजुओ, एल्बटरे रोड्रिगेज, क्रिस्टियन रामोस, एंडरसन सेंटामारिया, निल्सन लोयोला, मिगुएल ट्राउको।
मिडफील्डर: रेनाटो टापिया, प्रेडो एक्विनो, योशिमार योतुन, एडिसन फ्लोरेस, पाउलो हुतार्दो, विल्डर काटागेर्ना, क्रिस्टन कुएवा, एंडी पोलो।
फॉरवर्ड: आंद्रे कारिलो, जेफरसन फारफान, राउल रुइडियाज, पाउलो गुएरेरो।
फ्रांस:
गोलकीपर: ह्यूगो लोरिस, स्टीव मन्दंदा, अल्फोन्स एरोओला।
डिफेंडर: लुकास हर्नान्डेज, प्रेसनेल किम्पेम्बे, बेंजामिन मेन्डी, बेंजामिन पावर्ड, आदिल रामी, जिब्रिल सिदीबे, सैमुअल उम्तीती, राफेल वरान।
मिडफील्डर: एनगोलो कान्ते, ब्लेस मातुइदी, स्टीवन एंजोंजी, पॉल पोग्बा, कोरेंटिन टोलिसो।
फॉरवर्ड: ओउस्मान डेम्बेले, नाबिल फकीर, ओलिवियर जीरू, एंटोनी ग्रीजमैन, थॉमस लेमार, कीलियन एम्बाप्पे, फ्लोरियन थौविन।