नवी मुंबई: न्यूजीलैंड की टीम कल फीफा अंडर 17 विश्व कप के पहले दिन यहां डीवाई पाटिल स्टेडियम में ग्रुप बी के मैच में तुर्की की टीम के खिलाफ उतरेगी। अभ्यास मैचों में ब्राजील और इंग्लैंड से क्रमश: 1-2 और 2-3 की हार से टीम की कमजोर रक्षा पंक्ति की पोल खुल गयी जो कोच डेनियल हे के लिये सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि वि कप में पिछली बार के प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए टीम को सर्वश्रेष्ठ फुटबाल खेलना होगा।
चिली में 2015 में न्यूजीलैंड ने अंतिम 16 तक का सफर तय किया था जहां उसे ब्राजील से हार का सामना करना पड़ा। न्यूजीलैंड की टीम आठवीं बार इस टूर्नामेंट में भाग ले रही है। टूर्नामेंट की तैयारियों के लिये टीम सबसे पहले यहां पहुंची और उन्हें दो अभ्यास मैच खेलने का मौका मिला। तुर्की की टीम को अभ्यास मैच खेलना का मौका नहीं मिला और मैच से पहले उन्हें सिर्फ अपने प्रशिक्षण सत्र पर भरोसा करना होगा। टीम ने इससे पहले दो बार अंडर-17 विश्व कप के लिये क्वालिफाई किया है। 2005 में टीम सेमीफाइनल में ब्राजील से हार गयी तो वहीं 2009 में ार्टर फाइनल में पेनल्टी शूटआउट से आये नतीजे में उन्हें कोलंबिया ने बाहर का रास्ता दिखाया।
तुर्की के कोच मेहमेत हासिओगलु ने कहा कि न्यूजीलैंड सहित ग्रुप की तीनों टीमें शारीरिक क्षमता में उनकी टीम से मजबूत है। उन्होंने कहा, सच्चाई यह है कि ग्रुप की तीनों टीमें शारीरिक रूप से हमारे से मजबूत हैं। लेकिन हमारे पास प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और हम इस कमी को अपनी मजबूती में बदल सकते हैं।
ग्रुप के एक अन्य मैच में अफ्रीकी चैम्पियन माली अंडर 17 विश्व कप में अपने अभियान की शुरुआत पैराग्वे के खिलाफ मैच से करेगी। गत उपविजेता माली की टीम इस बार विजेता बनने के इरादे से मैदान में उतरेगी। चिली में 2015 में हुये अंडर-17 विश्व कप फाइनल में उन्हें नाईजीरिया ने 2-0 से शिकस्त दी थी। माली की टीम को इस बार भी डार्क हॉर्स माना जा रहा है।
पैराग्वे की टीम चौथी बार अंडर-17 वि कप में उतरेगी। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1999 में न्यूजीलैंड में आया था जब टीम पांचवें स्थान पर रही थी। हालांकि 2001 और 2015 में टीम ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ सकी। दोनों टीमों को अभ्यास मैच में भाग लेने का मौका नहीं मिला। डीवाई पाटिल स्टेडियम में कल दुधिया रोशनी में यह मुकाबला खेला जायेगा।
दिल्ली में ग्रुप ए के एक अन्य मैच में कल घाना का सामना कोलंबिया से होगा। दो बार की चैम्पियन 1991, 1995 घाना एक बार फिर उस प्रदर्शन को दोहरना चाहेगी। 1999 और 2007 में टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। कोलंबिया की टीम ने 2009 के बाद पहली बार अंडर-17 वि कप में क्वालिफाई किया है।