नई दिल्ली: इंडियन सुपर लीग के चौथे सीजन में दिल्ली डायनामोज को घर में शनिवार को एक और हार का सामना करना पड़ा है। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए मैच में एफसी गोवा ने डायनामोज को 5-1 से शिकस्त दी। इस जीत के साथ गोवा ने बेंगलुरू एफसी को अपदस्थ कर 10 टीमों की तालिका में पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है।
गोवा की टीम ने पहले हाफ में किए गए दो और दूसरे हाफ में किए गए तीन गोलों (इसमें से एक डायनामोज का आत्मघाती गोल है) की मदद से बेंगलुरू एफसी को तालिका में शीर्ष से हटा दिया। इस मैच से हासिल तीन अंकों से गोवा के अब कुल 12 अंक हो गए हैं। बेंगलुरू के भी 12 अंक हैं, लेकिन गोवा बेहतर गोल अंतर के कारण शीर्ष पर पहुंचने में सफल रहा। दिल्ली पांच मैचों में चौथी हार के बाद नौवें स्थान पर ही बनी हुई है।
गोवा की ओर से पहले हाफ की इंजुरी टाइम में इस सीजन में अभी तक सबसे ज्यादा गोल करने वाले फेरान कोरोमिनास और सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में तीसरे स्थान पर चल रहे मैनुएल लेंजारोते ने गोल किए। दिल्ली ने 62वें मिनट में कालू उचे द्वारा किए गए गोल की मदद से वापसी की भरपूर कोशिश की, लेकिन 66वें मिनट में गेब्रिएल चिचेरो के मैदान से बाहर जाने के बाद 10 खिलाड़ियों के साथ खेल रही दिल्ली की टीम आगे कोई करिश्मा नहीं कर सकी। चिचेरो को 66वें मिनट में दूसरा पीला कार्ड दिखाया गया था और इसी कारण उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा।
पहले हाफ का अंत बेहद ड्रामे के साथ हुआ। गोवा के पास गोल करने का एक साफ मौका आया था, लोकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया और वह गोल करने से चूक गई, लेकिन पहले हाफ के इंजुरी टाइम में गोवा ने इसकी भरपाई की और दो मिनट के अंदर दो शानदार गोल करते हुए अपने आप को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। गोवा का खाता कोरोमिनास ने लेंजेरोते की मदद से खोला।
कुछ ही देर बाद कोरोमिनास ने लेंजारोते की मदद की और गोवा के हिस्से दूसरा गोल आया। इससे पहले, गोवा 11वें मिनट में काफी करीब आकर गोल से वंचित रह गई थी। लेंजारोते ने बीच में मंडार राव देसाई को पास दिया। मंडार ने चपलता से डायनामोज के डिफेंडर को छकाया और गोलपोस्ट पर निशाना साधा, यहां मंडार और गोवा दोनों की किस्मत खराब निकली क्योंकि गेंद क्रॉसबार से टकरा कर बाहर चली गई।
दिल्ली के पास भी बढ़त लेने का मौका 31वें मिनट में आया। गोवा की तरह ही क्रॉसबार ने दिल्ली को बढ़त लेने से रोक दिया। डायनामोज के गुयोन फर्नाडेज ने गेंद पाउलिंहो को पास दी। पाउलिंहो के शॉट के बीच में भी क्रॉस बार आ गया और इस तरह मेजबान टीम के पास से भी गोल करने का मौका चला गया।
दूसरे हाफ में डायनामोज ने 62वें मिनट में कालू उचे द्वारा किए गए गोल के दम पर अपना खाता खोला। जेरोनो लुमु ने गोवा के डिफेंडरों को छकाते हुए बॉक्स के अंदर रोमेयो फर्नाडेज को पास दिया, जिन्होंने कालू को गेंद दी। उन्होंने सिर्फ पैर से गेंद को दिशा दिखाते हुए नेट में डाल दिया।
यहां से उसकी वापसी की उम्मीदें जगी थीं जो चार मिनट बाद ही ठंड़ी पड़ गईं। इसी मिनट गेब्रिएल को दूसरा येलो कार्ड दिखाया जो रेड कार्ड में तब्दील हो गया और मेजबान टीम को 10 खिलाड़ियों के साथ बाकी का मैच खेलना पड़ा। गेब्रिएल को मैच के छठे मिनट में ही पहला येलो कार्ड मिला था। इसके बाद मेजबान टीम की मुसीबतें बढ़ती चली गईं।
84वें मिनट में प्रीतम कोटाल ने आत्मघाती गोल करते हुए मेजबान टीम की वापसी और मुश्किल कर दी और गोवा को बिना मेहनत के 3-1 से आगे कर दिया। कोटाल ने अपनी भूमिका के साथ न्याय करने की कोशिश की, लेकिन उनका और दिल्ली का दुर्भाग्य था कि गेंद उनके पैर से टकरा कर बाहर जाने की बजाए गोलपोस्ट में घुस गई।
कोटाल हैरान थे। दिल्ली की हैरानी उस समय और भी बढ़ गई जब इस आत्मघाती गोल के कुछ ही सेकेंड बाद कोरोमिनास ने बेहद आसानी से अपना दूसरा और गोवा का चौथा गोल दिया। दिल्ली का दुर्भाग्य यहीं खत्म नहीं हुआ। अगले ही मिनट मेनुएल अराना ने अपना पहला और अपनी टीम का पांचवां गोल करते हुए उसे शीर्ष पर पहुंचा दिया।